तेरे अंदर का फाइटर तब दिखेगा, जब वक्त तेरे लिए मुसीबतें खड़ा करेगा...ये पंक्ति टीम इंडिया के विकेटकीपर ऋषभ पंत पर बिलकुल फिट बैठती है. टेस्ट क्रिकेट में कई बार टीम इंडिया को संकट के समय अपनी बल्लेबाजी से बचाने वाले फाइटर ऋषभ पंत का जज्बा एक बार फिर से सामने आया है. दिल्ली से अपने घर रुड़की लौटते समय ऋषभ पंत की तेज रफ्तार गाड़ी डिवाइडर से टकरा गई. जिसके चलते उनकी फाइटिंग स्पिरिट के तहत ही उन्होंने अपनी जान बाल-बाल बचाई. पंत की गाड़ी जैसे ही भिड़ी. उन्होंने तुरंत अपना फाइटिंग वाला जज्बा दिखाकर कार की विंड स्क्रीन तोड़ी और बाहर निकलकर आए. तभी देखते ही देखते कुछ ही मिनटों में पंत की कार आग का गोला बन गई और वह इस भयानक हादसे में मौत के मूंह में जाते-जाते बचे. इस तरह पंत के भयानक हादसे के चलिए हर पहलु पर नजर डालते हैं कि कब, कहां कैसे और क्यों...ये एक्सीडेंट हुआ. जिसमें पंत बाल-बाल बचे.
कब हुआ हादसा?
ऋषभ पंत दिल्ली से रुड़की की तरफ सुबह-सुबह अपनी मर्सिडीज कार से जा रहे थे. तभी 30 दिसंबर यानि शुक्रवार की सुबह करीब 5 बजकर 15 मिनट पर उनकी कार से भीषण हादसा हुआ.
कहां हुआ हादसा?
पंत की कार दिल्ली से रुड़की जाते समय रुड़की के नारसन बॉर्डर पर हम्मदपुर झाल के समीप मोड़ पर डिवाइडर से टकरा गई.
किस शख्स ने बचाई जान?
पंत की कार जिस समय टकराई उसी समय हरियाणा रोडवेज बस के ड्राईवर सुशील कुमार हरिद्वार की तरफ से दिल्ली जा रहे थे. उन्होंने बताया कि पंत की कार दूसरी तरफ से मेरी बस के सामने आ गई. ठीक 50 मीटर की दूरी पर मैं था और मैंने तुरंत ब्रेक लगाई. उसके बाद उनके पास गया और उन्होंने बताया कि मैं ऋषभ पंत हूं. मेरे कंडेक्टर ने पंत को पहचान लिया और फिर उन्हें अस्पताल लेकर गए.
उत्तराखंड के डीजीपी ने क्या कहा ?
पंत के बारे में उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें एम्बुलेंस से देहरादून मैक्स अस्पताल लाया जा रहा है. कार में अकेले पंत ही थे और वह खुद से ड्राइव कर रहे थे. पंत को कार चलाते समय उन्हें झपकी लग गई थी. जिसके चलते कार डिवाइडर से टकराई और हादसा हुआ. उन्होंने विंड स्क्रीन तोड़ी और बाहर निकले. पंत के शरीर में ज्यादा चोट नहीं हैं लेकिन उनके सिर में चोट आई है. जबकि उनके दाएं पैर में फ्रैक्चर भी हुआ है.
कौन से अस्पताल सबसे पहले गए पंत?
एक्सीडेंट होने के बाद पंत को बस ड्राइवर सुशील सबसे पहले निकट में ही स्थित सक्षम अस्पताल लेकर गए. जहां पर पंत का उपचार किया गया और फिर देहरादून के मैक्स अस्पताल के लिए भेज दिया गया.
मैक्स अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट ने क्या कहा ?
मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉक्टर आशीष याग्निक ने बताया कि उनकी पूरी तरह से जांच की जा रही है. अभी हड्डी और सर्जरी के डॉक्टर की टीम उन पर काम कर रही है. वह किसी भी तरह के खतरे से बाहर हैं. आगे जो भी जानकारी आएगी आप सभी से साझा किया जाएगा.
कहां-कहां आई चोट?
ऋषभ पंत के हादसे की बात करें तो उनकी चोट के बारे में बीसीसीआई ने मेडिकल रिपोर्ट जारी कर दी है. जिसके अनुसार पंत के माथे पर दो कट, दाएं पैर के लिगामेंट में टियर, सीधे हाथ की कलाई, टखना और पैर की उंगली भी चोटिल हुई है. इसके अलावा पंत की पीठ में भी चोट आई है.
प्लास्टिक सर्जरी होगी
पंत के दाएं पैर में अधिक चोट आई है. जिसके चलते अब उनके इस पैर की प्लास्टिक सर्जरी भी होगी. उनका इलाज देहरादून के मैक्स अस्पताल में जारी है.
बीसीसीआई सचिव जय शाह ने क्या कहा ?
पंत के हादसे के बाद बीसीसीआई सचिव जय शाह ने कहा, "मेरे विचार और मेरी प्रार्थना ऋषभ पंत के साथ है. वह ठीक होने के लिए जूझ रहा है. मैंने पंत का इलाज करने वाले डॉक्टर और उनके परिवार से बातचीत भी की है. हम उसके ट्रीटमेंट पर पैनी नजर रख रहे हैं और जितनी अधिक से अधिक संभव मदद होगी. हम करेंगे."
पंत का पैसा गायब
वहीं पंत का जब एक्सीडेंट हुआ तो जहां कुछ लोगों ने उनकी जान बचाई तो वहीं कुछ लोगों ने इस मौके का फायदा भी उठाया. पंत की गाड़ी में करीब तीन से चार लाख रुपये कैश से भरा हुआ एक बैग रखा हुआ था. स्थानीय मीडिया के मुताबिक़ कुछ युवक ने उनके बैग से पैसे निकाले और फरार हो गए.
आईपीएल खेलने पर आया संकट
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक़ माना जा रहा है कि पंत को काफी गंभीर चोटें आईं हैं. जिसके चलते उनको पूरी तरह से ठीक होने में काफी समय लगेगा. ऐसे में अप्रैल माह से शुरू होने वाले आईपीएल 2023 सीजन से वह दूर रह सकते हैं. पंत दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान हैं और अगर ऐसा होता है तो फिर दिल्ली के लिए ये बड़ा झटका साबित हो सकता है.