बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टी20 मैच में भारतीय ऑलराउंडर रियान पराग के बॉलिंग एक्शन पर बवाल खड़ा हो गया. उनके नए गेंदबाजी एक्शन से क्रिकेट जगत तक हैरान है. हालांकि उनका नया एक्शन पूरी टीम पर भारी पड़ा और बीच मैच में अंपायर ने पूरी टीम को सजा दे दी. दिल्ली में खेले गए दूसरे मुकाबले में पराग ने स्लिंग गेंदबाजी एक्शन की कोशिश की, मगर उनका ये प्लान काम नहीं आया और अंपायर ने एक रेयर नो-बॉल देकर पूरी टीम को सजा दे दी.
सूर्यकुमार यादव की अगुआई वाली टीम इंडिया ने 86 रन से इस मुकाबले को जीता. इस जीत में भारतीय कप्तान ने सात गेंदबाजों का इस्तेमाल किया, जिसमें रियान पराग भी एक थे. इस मुकाबले में सातों भारतीय गेंदबाजों ने विकेट लिया. किसी भी फॉर्मेट में इंटरनेशनल स्तर पर पहली बार भारतीय टीम ने ऐसा किया था. पराग ने दो ओवर में 16 रन देकर एक विकेट लिया.
पराग का एक्शन केदार जाधव जैसा था, मगर वो उस एक्शन को सही से अमल में लाने से चूक गए. 22 साल के पराग ने अपने पहले ओवर में क्रीज की चौड़ाई का सही से इस्तेमाल करने का फैसला लिया. उन्होंने अंपायर के आर्म के पीछे से महमुदुल्लाह को स्लिंग एक्शन से गेंद डालने की कोशिश की. मगर उनका दांव उलटा पड़ गया. बांग्लादेशी बल्लेबाज गेंद को हिट करने से चूक गए, मगर अंपायर ने भी भारतीय ऑलराउंडर को सजा देने में बिल्कुल देरी नहीं दिखाई.
क्या कहते हैं नियम?
अंपायर ने लेग अंपायर से बातचीत करके नो बॉल की जांच के लिए तीसरे अंपायर को भेज दिया, जहां थर्ड अंपायर ने साफ कर दिया कि पराग ने नियम 21.5 का उल्लंघन किया है, जिसके अनुसार गेंद फेंकते समय गेंदबाज का पिछला पैर अंदर आना चाहिए और रिटर्न क्रीज को नहीं छूना चाहिए. रियान ने गेंद डाली तो उनका पिछला पैर रिटर्न क्रीज के करीब भी नहीं था. हाथ से गेंद रिलीज होते वक्त उनका पिछला पैर घास पर था. जिस वजह से इसे नो बॉल करार दिया गया और बांग्लादेश फ्री हिट मिल गई. हालांकि महमुदुल्लाह फ्री हिट का फायदा नहीं उठा पाए और सिर्फ सिंगल ही ले पाए.