Rohit Sharma : टीम इंडिया के टेस्ट और वनडे कप्तान रोहित शर्मा ने साल 2007 में भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया. लेकिन पहले छह साल तक वह टीम के अंदर और बाहर होते रहे. जिसका नतीजा ये रहा कि रोहित शर्मा साल 2011 में होने वाले वनडे वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया का हिस्सा नहीं बन सके थे. इसके बाद रोहित शर्मा को टेस्ट क्रिकेट में जगह बनाने में काफी समय लगा और उन्होंने साल 2013 में टेस्ट डेब्यू किया था. लेकिन शुरुआती दौर में वह टेस्ट में भी सफल नहीं रहे तो रवि शास्त्री ने कैसे उनका टेस्ट करियर समाप्त होने से बचाया. इसको लेकर रोहित शर्मा ने अब खुद बड़ा खुलासा किया.
रोहित शर्मा ने मानी शास्त्री की सलाह
टीम इंडिया के लिए टेस्ट क्रिकेट में जगह बनाने वाले रोहित शर्मा की शुरुआत कुछ शानदार नहीं रही थी. वह टेस्ट टीम से अंदर और बाहर होते रहे लेकिन साल 2015 में जब वह टेस्ट टीम इंडिया के ओपनर बनने की सलाह मिली तो फिर उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा. रोहित ने टेस्ट क्रिकेट में ओपनर बनने को लेकर जतिन सप्रू से यूट्यूब चैनल पर बातचीत के दौरान कहा,
रवि भाई मुझे ओपनर बनाने को लेकर काफी उत्सुक थे. उन्होंने मुझे साल 2015 में कहा कि मुझे इस विकल्प पर काम करना चाहिए. वह चाहते थे कि मैं ओपन करूं और बाकी कुछ मेरे हाथ में नहीं था.
साल 2019 से रोहित कर रहे हैं टेस्ट में ओपनिंग
रवि शस्त्री की बात करें तो वह साल 2014 से लेकर 2016 तक टीम इंडिया के डायरेक्टर थे. जबकि इसके बाद साल 2017 में उन्होंने टीम इंडिया के लिए बतौर हेड कोच वापसी की. इसके दो साल बाद रोहित टेस्ट क्रिकेट में ओपनिंग करते नजर आए. वहीं रोहित को सबसे पहले लिमिटेड ओवर्स क्रिकेट में महेंद्र सिंह धोनी के अंडर में ओपनिंग करने का मौका मिला और तबसे वह भारत के लिए वनडे क्रिकेट में तीन बार 200 रनों का आंकड़ा पार कर चुके हैं.जबकि साल 2019 से लेकर 2024 तक नंबर एक या दो पर खेलते हुए रोहित के नाम 39 टेस्ट मैचों में 2594 रन दर्ज हैं.