रोहित शर्मा ने बीते दिन टेस्ट क्रिकेट से अचानक संन्यास लेकर पूरी दुनिया को चौंका दिया. टी20 क्रिकेट से संन्यास उन्होंने पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप जीतने के तुरंत बाद ले लिया था और अब टेस्ट फॉर्मेट को भी उन्होंने अलविदा कह दिया. रोहित ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर करके कहा कि वह वनडे में देश का प्रतिनिधित्व करना जारी रखेंगे. हालांकि टेस्ट के बाद अब उनके वनडे क्रिकेट के फ्यूचर को लेकर भी चर्चा शुरू हो गई है. अब रोहित के बचपन के कोच दिनेश लाड ने उनके वनडे से रिटायरमेंट पर बड़ी अपडेट दी है. लाड ने बताया कि रोहित का टार्गेट वनडे वर्ल्ड कप 2027 जीतना है. लाड ने पीटीआई वीडियो से कहा-
उनका टार्गेट वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप था, लेकिन दुर्भाग्य से हम क्वालीफाई नहीं कर सके.अब 2027 में वर्ल्ड कप है.मैं भी चाहता हूं कि वह 2027 में वर्ल्ड कप जीते और फिर संन्यास लें.
रोहित का रणनीतिक फैसला
वनडे वर्ल्ड कप 2027 में अक्टूबर और नवंबर में साउथ अफ्रीका, जिम्बाब्वे और नामीबिया में खेला जाना है. लाड ने कहा कि इस दिग्गज खिलाड़ी का टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेना अपने करियर को लंबा खींचने के लिए एक रणनीतिक फैसला है. उन्होंने कहा-
रोहित ने इसे (टेस्ट से संन्यास लेने का फैसला) जल्दबाजी में नहीं लिया.वह वर्ल्ड कप (पिछले साल अमेरिका में) के बाद टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में नहीं खेलना चाहते थे, लेकिन बाकी दो फॉर्मेट में खेलने का फैसला उनका था.उन्होंने इस बारे में अच्छी तरह से सोचा होगा कि उनके लिए सबसे अच्छा क्या है.
जब उनसे पूछा गया कि क्या रोहित इंग्लैंड के खिलाफ इस साल जून में होने वाली पांच मैच की टेस्ट सीरीज में कप्तानी करने को लेकर आश्वस्त नहीं थे.उन्होंने कहा-
इस फैसले का इंग्लैंड के आगामी दौरे से कोई लेना-देना नहीं है.उनकी सोच अगली पीढ़ी को मौका देना होगा, जैसा उन्होंने पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप के बाद किया था.
दिनेश लाड ने इस दौरान बताया कि वेस्टइंडीज के खिलाफ रोहित की टेस्ट में डेब्यू में खेली गई शतकीय पारी उनका सबसे यादगार पल था. साल 2013 में रोहित ने कोलकाता में वेस्टइंडीज के खिलाफ 177 रन बनाए थे.