जब भी भारतीय क्रिकेट की बात होती है, सुनील गावस्कर का नाम सबसे ऊपर आता है. महान पूर्व बल्लेबाज गावस्कर आज भी युवा प्लेयर्स की मदद के लिए हमेशा उपलब्ध रहते हैं. हालांकि भारतीय टीम के खिलाड़ी अब उनसे उतनी सलाह नहीं लेते, जितनी पहले के खिलाड़ी लेते थे. सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, वीवीएस लक्ष्मण और यहां तक कि वीरेंद्र सहवाग ने भी अपने करियर में कई बार गावस्कर की मदद ली.
गावस्कर पिछले 25 सालों से कमेंट्री कर रहे हैं. उनकी टिप्पणियां किसी भी युवा खिलाड़ी के लिए बहुत कीमती होती हैं. यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमारे अपने खिलाड़ी उनसे सलाह लेने नहीं जाते. यहां तक कि बाहर के खिलाड़ी भी उनसे सलाह लेते हैं. हर भारतीय बल्लेबाज को उनसे सलाह लेनी चाहिए, फिर चाहे वो शुभमन गिल ही क्यों ना हो. मुझे नहीं पता कि वह उनसे सलाह लेने गए हैं या नहीं, लेकिन अगर नहीं गए हैं, तो उन्हें जरूर लेनी चाहिए. मीडिया में यह बात जरूर आई होगी कि सुनील गावस्कर ने विराट कोहली, रोहित शर्मा या शुभमन गिल को कुछ सलाह दी है, लेकिन हमें ऐसा कुछ सुनने को नहीं मिला.
कोहली और रोहित को सलाह
कुछ महीने ऐसी खबर आई थी कि रोहित शर्मा ने बीसीसीआई से गावस्कर की शिकायत की थी और इस साल के शुरुआत में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान उन्होंने उनके बारे में क्या कहा था. इसके अलावा आईपीएल के पिछले सीजन के दौरान गावस्कर और विराट कोहली के बीच तनाव भी सुर्खियों में रहा था, जब आरसीबी के स्टार ने विराट के स्ट्राइक-रेट को लेकर दिग्गज खिलाड़ी की आपत्ति को नापसंद किया था. इस पर कमेंट करते हुए घावरी का मानना है कि गावस्कर इस तरह के अपमान के हकदार नहीं हैं और उन्होंने जोर देकर कहा कि उनकी आलोचना को सकारात्मक रूप से लिया जाना चाहिए, ना कि इसके उलट.
उन्होंने कहा-
यह बकवास है.आप रोहित शर्मा या विराट कोहली हो सकते हैं. उन्हें इस महान व्यक्ति का सम्मान करना चाहिए, क्योंकि अगर वह आपको कुछ बताते हैं या किसी चीज़ पर सलाह देते हैं तो यह उनके अपने भले के लिए है.रवि शास्त्री खुले दिल के इंसान हैं. जब किसी की आलोचना करने की बात आती है, तो वह ऐसा करते हैं, लेकिन सुनील इसे बहुत अलग तरीके से करते हैं. वह रवि शास्त्री से बिल्कुल अलग बातें कहने के लिए जाने जाते हैं.