नई दिल्ली। साल 2011, ओवल का मैदान और भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट मैच खेला जा रहा था. सचिन तेंदुलकर अपने 100वें इंटरनेशनल शतक के बेहद करीब थे लेकिन तभी इंग्लैंड के एक गेंदबाज की गेंद उनके पैड पर लगती है और उन्हें LBW करार देकर पवेलियन भेज दिया जाता है. सचिन यहां अपने शतक से मात्र 9 रन से चूक जाते हैं. इंग्लैंड ये सीरीज जीत जाता है लेकिन मैच के बाद कुछ ऐसा होता है जिसकी उम्मीद किसी को नहीं थी. सचिन का विकेट लेने वाले इंग्लैंड के तेज गेंदबाज टिम बेस्नेन को जान से मारने की धमकी दी जाती है. ऐसे में अब इस खिलाड़ी ने इंटरनेशनल क्रिकेट को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया है.
मेरे लिए ये फैसला मुश्किल था
36 वर्षीय दाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने कहा कि संन्यास लेने का फैसला उनके लिए कठिन है, लेकिन उन्हें लगता है कि यह आगे बढ़ने का सही समय है. ब्रेसनन ने यह भी कहा कि उन्होंने अपने करियर में कड़ी मेहनत की है लेकिन अब उन्हें लगता है कि जो उन्होंने अपने लिए लक्ष्य बनाए थे वो वहां तक नहीं पहुंच पाए हैं. ब्रेसनन ने यह भी कहा कि क्रिकेट के प्रति उनके मन में जो उत्साह है वह उनका पीछा नहीं छोड़ेगा. रिटायरमेंट का ऐलान कर ब्रेसनेन ने कहा कि, रिटायरमेंट का फैसला मुश्किल था लेकिन जब मैं सर्दियों में ट्रेनिंग के लिए लौटा तो मुझे लगा कि ये सही फैसला है. मैं अपने करियर को गर्व के साथ देखूंगा. मेरे लिए अपनी काउंटी टीम वॉरविकशर, यॉर्कशर और इंग्लैंड का प्रतिनिधित्व करना सच में बड़े सम्मान की तरह रहा.
गर्व से अपने करियर को देखूंगा
टिम ब्रेसनन ने यह भी कहा कि वह अपने क्रिकेट करियर को गर्व के साथ देखेंगे और खुलासा किया कि वह वारविकशायर का प्रतिनिधित्व करना एक सम्मान की बात मानते हैं. ब्रेसनन ने कहा कि, वह कुछ बेहतरीन क्रिकेटरों के साथ खेल खेलने के लिए भाग्यशाली रहे हैं. टिम ब्रेसनन ने 23 टेस्ट, 85 एकदिवसीय और 34 T20I में इंग्लैंड की ओर से प्रतिनिधित्व किया. जहां उन्होंने व्हाइट गेंद फॉर्मेट में 72 विकेट लिए, एकदिवसीय क्रिकेट में 109 विकेट लिए. खेल के T20I फॉर्मेट में, पेसर ने 24 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया है.