मुंबई के बल्लेबाज सरफराज खान ने साल 2024 में भारत के लिए छह टेस्ट मैच खेले और पिछले साल न्यूजीलैंड के खिलाफ बेंगलुरु टेस्ट में शतक भी जड़ा. लेकिन इसके बावजूद उन्हें इंडिया A की टीम में जगह नहीं दी गई. यह टीम दक्षिण अफ्रीका A के खिलाफ दो चार दिवसीय मैच खेलेगी. सरफराज का फर्स्ट क्लास क्रिकेट में बल्लेबाजी औसत 65 से ज्यादा है, फिर भी बीसीसीआई ने उन्हें नजरअंदाज किया. इस फैसले ने कई पूर्व दिग्गज खिलाड़ियों को हैरान कर दिया. उन्होंने इस फैसले के पीछे का तर्क समझने की कोशिश की.
इंडिया A में चयन का आधार
शार्दुल ने बताया कि इंडिया A टीम में उन युवा खिलाड़ियों को चुना जाता है, जिन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए तैयार करना होता है. लेकिन सरफराज को इसकी जरूरत नहीं. शार्दुल ने कहा, "अगर सरफराज फिर से रन बनाना शुरू करते हैं, तो वे सीधे टेस्ट सीरीज में खेल सकते हैं."
चोट से वापसी और प्रदर्शन
शार्दुल ने बताया कि सरफराज हाल ही में चोट से उबरे हैं. चोट से पहले उन्होंने बुची बाबू ट्रॉफी में दो या तीन शतक बनाए थे. पिछले मैच में जम्मू-कश्मीर के खिलाफ उन्होंने 42 रन में 40 रन बनाए, लेकिन दुर्भाग्य से रन आउट हो गए. शार्दुल का मानना है कि सरफराज के लिए इंडिया A में खेलना जरूरी नहीं है.
सरफराज की खासियत
शार्दुल ने सरफराज की तारीफ करते हुए कहा कि वे एक अनुभवी खिलाड़ी हैं. जब भी उन्हें 22 गज की पिच पर उतारा जाता है, वे मुश्किल परिस्थितियों में भी रन बनाते हैं. शार्दुल ने कहा, "सरफराज ने 200-250 रन की बड़ी पारियां खेली हैं, खासकर तब जब टीम शुरुआत में 2-3 विकेट जल्दी खो देती है. ऐसी पारियां खेलने के लिए कुछ खास होना जरूरी है."

