मुंबई ने रणजी ट्रॉफी में खिताब बचाने और नॉकआउट्स में जाने की उम्मीदों को जिंदा रखने की लड़ाई में मेघालय के सामने विजेताओं वाला खेल दिखाया. ग्रुप स्टेज के आखिरी मुकाबले में उसे बोनस के साथ जीत चाहिए और इसके लिए आधा काम पूरा कर दिया. दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक उसने सात विकेट पर 671 रन बनाकर पारी घोषित कर दी और मेघालय की दूसरी पारी में 27 रन पर दो विकेट भी गिरा दिए. इस तरह वह जीत के साथ बोनस पॉइंट लेने से महज आठ विकेट दूर है. कप्तान अजिंक्य रहाणे शतक से चूक गए लेकिन सिद्धेश लाड, आकाश आनंद और शम्स मुलानी ने शतक लगाए तो सूर्यांश शेडगे व शार्दुल ठाकुर ने अर्धशतक उड़ाए. इससे मुंबई ने मेघालय की पहली पारी में 86 रन के जवाब में विशाल स्कोर खड़ा किया.
मुंबई के पिछले मुकाबले में रोहित शर्मा, यशस्वी जायसवाल और श्रेयस अय्यर जैसे सितारे खेले थे लेकिन टीम को जम्मू कश्मीर से करारी हार झेलनी पड़ी थी. लेकिन इन सितारों के बाहर जाने के बाद बाकी खिलाड़ियों ने बताया कि क्यों मुंबई 43 बार की चैंपियन टीम है.
मुंबई ने दूसरे दिन का खेल दो विकेट पर 213 रन के साथ शुरू किया. लेकिन कप्तान रहाणे कल के 83 रन के स्कोर में केवल 13 रन जोड़ सके और शतक से चार रन पहले आउट हो गए. लेकिन लाड ने यह गलती नहीं की और फर्स्ट क्लास करियर का 10वां शतक लगाया. लाड 17 चौके व एक छक्के से 145 रन बनाकर वापस गए. उनके बाद विकेटकीपर बल्लेबाज आकाश आनंद ने भी सैकड़ा लगाया. उन्होंने अपने दूसरे ही फर्स्ट क्लास मुकाबले में ऐसा किया. आकाश ने 15 चौकों से 103 रन बनाए.
मुंबई के निचले क्रम के बल्लेबाजों ने बरसाए रन
निचले क्रम में सूर्यांश ने 61, शम्स मुलानी ने 100 और शार्दुल ने 84 रन की पारी खेली. सूर्यांश ने चार चौकों व एक छक्के से अर्धशतक लगाया. शार्दुल ने आतिशी बैटिंग की और 42 गेंद में नौ चौकों व पांच छक्कों से 84 रन उड़ाए. मुलानी ने 16 चौकों की मदद से केवल 86 गेंद में करियर का पहला शतक लगाया. तनुष कोटियन 21 गेंद में 34 रन बनाकर नाबाद रहे.
शार्दुल ने मेघालय की पहली पारी में हैट्रिक ली थी और ऐसा ही खेल दूसरी पारी में भी दिखाया. उन्होंने पहले ओवर की पहली तीन गेंद में ही दो बल्लेबाजों को आउट कर दिया. शार्दुल ने पहले निशांत चक्रबर्ती और हिमान फुकन को खाता खोले बिना आउट किया. निशांत पहली पारी में भी जीरो पर आउट हुए थे.