भारत की तीनों फॉर्मेट की टीम से बाहर हो चुके शार्दुल ठाकुर ने निराशा जताई है कि उन्हें ज्यादा मौके नहीं दिए गए. उन्होंने आखिरी टेस्ट दिसंबर 2023 में साउथ अफ्रीका दौरे पर खेला था तो आखिरी वनडे मुकाबले वर्ल्ड कप 2023 में था. फरवरी 2022 के बाद से वे भारत की टी20 टीम से बाहर कर दिए गए. अभी शार्दुल ठाकुर रणजी ट्रॉफी में मुंबई की ओर से खेल रहे हैं. उन्होंने जम्मू कश्मीर के खिलाफ मुकाबले के दौरान कहा कि अगर किसी खिलाड़ी में क्वालिटी है तो उसके चयन पर विचार किया जाना चाहिए. शार्दुल ने इस मैच में अर्धशतक लगाया और अपनी टीम को सात विकेट पर 47 के स्कोर से उबारते हुए 100 के पार ले गए. उन्होंने 57 गेंद में 51 रन बनाए और पांच चौके व दो छक्के लगाए.
33 साल के शार्दुल ने पिछले रणजी सीजन में फर्स्ट क्लास करियर का पहला शतक लगाया था और मुंबई को तमिलनाडु के खिलाफ सेमीफाइनल में जीत दिलाई थी. वे लगातार मुंबई के लिए निचले क्रम में कमाल की बैटिंग करते हुए खुद को ऑलराउंडर के तौर पर पेश कर रहे हैं. शार्दुल ने कहा, 'मैं अपनी क्वालिटी के बारे में क्या कह सकता हूं. दूसरे लोगों को इस पर बोलना चाहिए. उन्हें देखना चाहिए कि अगर किसी में क्वालिटी है तो उसे ज्यादा मौके दिए जाने चाहिए. मुझे मुश्किल हालात में बैटिंग करना पसंद है. आसान हालात में तो हर कोई अच्छा करता है लेकिन विपरीत समय पर होने पर आप किस तरह खेलते हैं वह मतलब रखता है. मैं मुश्किल हालात को चुनौती के तौर पर लेता हूं और हमेशा सोचता हूं कि इससे कैसे पार पाई जाए.'
शार्दुल ठाकुर का कैसा रहा टेस्ट करियर
शार्दुल ठाकुर ने 2018 में डेब्यू के बाद 2020-21 के ऑस्ट्रेलिया दौरे से दोबारा टेस्ट करियर शुरू किया था. तब ब्रिस्बेन में उन्होंने अर्धशतक लगाते हुए टीम इंडिया को मुश्किल से निकाला था. बाद में इंग्लैंड और साउथ अफ्रीका दौरे पर भी उनका अच्छा प्रदर्शन रहा था. लेकिन मददगार हालात से इतर विकेट नहीं ले पाने की वजह से उन्हें बाहर कर दिया गया. अब भारतीय टीम मैनेजमेंट नीतीश कुमार रेड्डी को बतौर ऑलराउंडर टेस्ट क्रिकेट मे आगे बढ़ा रही है. शार्दुल ने 11 टेस्ट खेले जिनमें 31 विकेट लिए और 331 रन बनाए. बॉलिंग एक एक बार उन्होंने पारी में पांच विकेट लेने का कमाल किया तो बैटिंग में चार अर्धशतक उनके बल्ले से आए.