श्रेयस अय्यर का कप्तानी को लेकर कहना है कि उन्हें नेतृत्व वाली भूमिका पसंद आती है और इसके जरिए वे अपना सर्वश्रेष्ठ दे पाते हैं. उन्होंने हाल ही में पंजाब किंग्स को आईपीएल 2025 के फाइनल तक पहुंचाया था. इससे पहले उनकी कप्तानी में ही कोलकाता नाइट राइडर्स ने साल 2024 में आईपीएल ट्रॉफी उठाई थी. वे इस लीग में दिल्ली कैपिटल्स की कप्तानी कर चुके हैं. उनके रहते इस टीम ने भी आईपीएल फाइनल खेला था. घरेलू क्रिकेट में वे मुंबई की कमान संभाल चुके हैं. अभी टी20 मुंबई लीग में उनके पास कप्तानी है और वे सोबो मुंबई फाल्कंस का नेतृत्व कर रहे हैं.
अय्यर ने कप्तानी के सवाल पर T20 Mumbai League से बातचीत में कहा, 'इससे काफी परिपक्वता और जिम्मेदारी आती है. आपसे हमेशा उम्मीद रखी जाती है कि टीम के लिए जितना अच्छा हो सके उतना प्रदर्शन करना और योगदान देना है क्योंकि जब भी एक टीम के रूप में कोई बाधा या मुश्किल होती है तब वे (खिलाड़ी) कप्तान के पास ही आते हैं. मुझे लगता है कि मेरे पास अनुभव है क्योंकि मैं 22 की उम्र से कप्तानी कर रहा हूं. मैंने इन पलों का आनंद लिया है और इन्हें अपनाया है. मुझे यह बता पसंद आती है कि मैदान पर जाकर टीम का नेतृत्व करूं.'
अय्यर बोले- चुनौतियों से मिलती है मोटिवेशन
अय्यर के घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में शानदार प्रदर्शन के बाद माना जा रहा था कि उन्हें इंग्लैंड दौरे की भारतीय टेस्ट टीम में मौका मिलेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ. वे पिछले साल इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज के दौरान टेस्ट स्क्वॉड से बाहर हुए थे. अय्यर ने कहा कि उन्हें चुनौती का सामना करने से मोटिवेशन मिलती है और इसी की वजह से दबाव वाले मौकों पर प्रदर्शन कर पाते हैं. उन्होंने कहा, 'मैं अपने जोन में जाने की कोशिश करता हूं और उन चीजों को करने की कोशिश करता हूं जो मेरे सामने है. मैं जितना हो सके उतना फोकस रखने पर ध्यान देता हूं, जो सामने है उसी में रहता हूं, हालात को अपनाता हूं और दर्शकों को खुद से जोड़ता हूं क्योंकि कभीकभार उनमें काफी जोश होता है और इससे उनकी ऊर्जा आपमें आती है. इसलिए मैं खुद से कहता रहता हूं कि फैंस मेरे नाम पुकारे और इससे मोटिवेशन मिलती है.'