आर अश्विन के संन्यास के बाद भारतीय क्रिकेट टीम में ऑफ स्पिनर की जगह खाली है. वाशिंगटन सुंदर और मुंबई के क्रिकेटर तनुष कोटियन को उनके विकल्प के तौर पर देखा जा रहा है. सुंदर स्पेशलिस्ट स्पिनर की जगह ऑलराउंडर के तौर पर देखे जा रहे हैं. ऐसे में कोटियन ऑफ स्पिनर के तौर पर दावा मजबूत कर सकते हैं. हालांकि वे बल्ले से भी उपयोगी हैं. उन्होंने दलीप ट्रॉफी 2025 के सेमीफाइनल में वेस्ट जोन की ओर से खेलते हुए सेंट्रल जोन के खिलाफ अर्धशतक लगाया. उन्होंने सातवें नंबर पर उतरकर 76 रन की पारी खेली.
कोटियन ने छठे विकेट के लिए ऋतुराज गायकवाड़ के साथ 148 और शार्दुल ठाकुर के साथ 84 रन की अहम साझेदारियां की. इससे वेस्ट जोन की टीम 400 रन के पार जाने में सफल रही. कोटियन ने कहा कि निचले क्रम में बैटिंग करना एक चुनौती होती है और उन्हें इसमें आनंद आता है. उन्होंने कहा, 'निचले क्रम में बैटिंग को मैं एक चुनौती की तरह लेता हूं. टीम में कई अच्छे बल्लेबाज हैं जिससे मैं नीचे बल्लेबाजी करता हूं. इसलिए मेरी कोशिश रहती है कि जितना हो सके उतना योगदान दूं.'
कोटियन को लगता है कि उन्हें ऊपर बैटिंग के लिए भेजा जाना चाहिए. लेकिन टीम की मंशा उनसे नीचे बैटिंग कराने की है तो वे उसे निभा रहे हैं.
कोटियन ने टीम इंडिया में सेलेक्शन पर क्या कहा
कोटियन को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर अश्विन के संन्यास के बाद भारतीय टेस्ट स्क्वॉड में शामिल किया गया था. लेकिन डेब्यू नहीं कर सके थे. वे लगातार इंडिया ए का हिस्सा रहे हैं. लेकिन वह टीम इंडिया में सेलेक्शन को लेकर ज्यादा नहीं सोच रहे. उनका कहना है कि वह जो अच्छा कर रहे हैं उसे जारी रखना चाहते हैं. उन्होंने कहा, 'पिछले छह महीने में मैं वही करने की कोशिश कर रहा हूं जो करता रहा हूं. मैं नहीं सोचता कि यह मैच खेलना है या वह मैच खेलना है. भविष्य सेलेक्टर्स के हाथों में हैं लेकिन बैटिंग हो या बॉलिंग अपना 100 फीसदी देना है. मेरे दिमाग में यही रहता है.'