टीम इंडिया ने इंग्लैंड को उसी की जमीन पर 6 विकेट से दी मात और फिर रच डाला करिश्माई इतिहास

टीम इंडिया ने इंग्लैंड को उसी की जमीन पर 6 विकेट से दी मात और फिर रच डाला करिश्माई इतिहास

क्रिकेट के इतिहास में हर दिन कई रिकॉर्ड बनते और टूटते हैं तो कुछ दिन किसी टीम के लिए हमेशा यादगार बन जाते हैं. इसी कड़ी में 39 साल पहले 22 जून को कपिल देव (Kapil Dev) की कप्तानी वाली टीम इंडिया (Team India) ने एक ऐसा मैच जीता था. जो अभी भी करोड़ों भारतीय क्रिकेट फैंस के दिल में ज़िंदा है. जी, हां 22 जून 1983 को वर्ल्ड कप (1983 World Cup) के दौरान भारत ने इंग्लैंड (India vs England) को धूल चटाकर पहली बार पहली बार वर्ल्ड कप के फाइनल में जगह बनाई थी. इस मुकाबले में टीम इंडिया ने मेजबान इंग्लैंड को 6 विकेट से मात देकर सभी को चौंका दिया और विश्व कप जीत की उम्मीदें को पंख लग गए थे. जिस भारतीय टीम को ग्रुप टीम के लायक भी नहीं समझा जा रहा था. उसने फाइनल में जगह बनाकर अपना दबदबा वर्ल्ड क्रिकेट के सामने दिखा दिया था.

मैनचेस्टर में रचा इतिहास 
मैनचेस्टर की अच्छी पिच पर इंग्लैंड की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 213 रन बनाए और भारत ने ये लक्ष्य 54.4 ओवर में 4 विकेट खोकर हासिल किया. इस मैच में सभी को लग रहा था कि जीत मेजबान इंग्लैंड की होगी क्योंकि वो अपने घर की हालात से काफी वाकिफ था और टूर्नामेंट में जबर्दस्त प्रदर्शन कर रहा था. वहीं भारत एक डार्क हॉर्स की तरह थी जिसने लीग मैचों में वेस्टइंडीज को हराया था. लेकिन लोग उसे तुक्का कह रहे थे. वर्ल्ड कप 1983 के सेमीफाइनल में कपिल देव की टीम ने सभी को गलत साबित कर दिया . सेमीफाइनल में जीत दिलाने का योगदान वैसे तो पूरी टीम को जाता है. कपिल देव ने शानदार गेंदबाजी की और 35 रन देकर 3 विकेट झटके वहीं रोजर बिन्नी औऱ मोहिंदर अमरनाथ ने भी 2 विकेट चटकाए. यशपाल शर्मा की 61 की जुझारू पारी और मोहिंदर अमरनाथ का आलराउंड प्रदर्शन फिर संदीप पाटिल का ताबड़तोड़ अर्धशतक जिसने भारतीय टीम को आसानी से जीत दिला दिया.


इंग्लैंड के कप्तान बॉब विलिस ने टॉस जीत पहले बल्लेबाजी का फैसला किया. ग्रीम फॉलर और क्रिस टैवरी ने इंग्लैंड को अच्छी शुरुआत दी. दोनों ने पहले विकेट के लिए 69 रन जोड़े लेकिन रोजर बिन्नी ने पहले टैवरी और फिर फ्लावर को आउट कर इंग्लैंड को दो बडे झटके दिए. फिर मोहिंदर अमरनाथ ने डेविड गावर और माइक गैटिंग के बड़े विकेट झटक कर भारत नं मैच में वापसी की. एलेन लैंब को यशपाल शर्मा ने शानदार रन आउट कर पैवेलियन की राह दिखाई.