भारतीय टीम नवंबर के महीने में ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर जाएगी जहां उसे पांच टेस्ट खेलने हैं. इसके लिए अभी टीम इंडिया का ऐलान होना है. इस बीच तीन साल पहले ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से टेस्ट सीरीज हराने वाली टीम इंडिया के सदस्य रहे एक खिलाड़ी का बड़ा बयान सामने आया है. पिछले ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद से ही बाहर चल रहे इस खिलाड़ी ने कहा कि उनकी पहचान रफ्तार है और वे इसी के साथ क्रिकेट खेलना चाहते हैं. यह खिलाड़ी है- नवदीप सैनी. घरेलू क्रिकेट में दिल्ली के लिए खेलने वाले सैनी 2021 में ब्रिस्बेन टेस्ट के बाद से भारतीय टीम से बाहर चल रहे हैं. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी टेस्ट से डेब्यू किया था और दो टेस्ट अब तक खेले हैं.
सैनी गाबा में खेले गए टेस्ट को जीतने वाली टीम इंडिया का हिस्सा थे. उस टेस्ट में उन्होंने 12 ओवर बॉलिंग की थी लेकिन वे तब चोटिल हो गए थे. इसके बाद वे केवल दो बार भारत के लिए खेल पाए हैं. इसके तहत जुलाई 2021 में श्रीलंका के खिलाफ एक वनडे और एक टी20 इंटरनेशनल खेला. वे अभी भी भारतीय टीम में वापसी की उम्मीद रखते हैं. टीम इंडिया के वर्तमान मुख्य कोच गौतम गंभीर इस पेसर के समर्थक रहे हैं. उनके कहने पर ही नवदीप हरियाणा से दिल्ली आए थे और यहां उन्हें टीम में लिया गया था. नवदीप के लिए गंभीर ने दिल्ली क्रिकेट में काफी लोगों की नाराजगी उठाई थी.
नवदीप सैनी ने ने स्पीड और चोट पर क्या कहा
नवदीप का कहना है कि वे बार-बार चोटिल के बाद भी अपनी बॉलिंग रफ्तार कम नहीं करना चाहते. उन्होंने कहा, 'तेज बॉलिंग करने से विकेट लेने के ज्यादा मौके बनते हैं. इससे आपके शरीर पर काफी जोर पड़ता है. इससे चोट की संभावना बढ़ जाती है. इसलिए आपको पता नहीं होता है कि कब और कैसे चोट लगेगी. आप केवल अपनी फिटनेस को बनाए रखने की कोशिश कर सकते हैं. जब कोई बार-बार चोटिल होता है कोई एक कारण बताना मुश्किल होता है. प्रैक्टिस करते हुए मैं हर बार एक जैसी कोशिश करता हूं और मैच में भी उसी प्रोसेस को आजमाता हूं. मैं अपनी पेस नहीं घटा सकता. यह मेरी ताकत है. मैं इसकी कुर्बानी नहीं दे सकता क्योंकि मेरी पहचान रफ्तार ही तो है. मैंने हमेशा से ऐसे ही क्रिकेट खेला है और ऐसे ही खेलना चाहता हूं.'
31 साल के हो चुके नवदीप अभी दिल्ली के लिए रणजी ट्रॉफी में खेल रहे हैं. उन्होंने छत्तीसगढ़ के खिलाफ पहले मुकाबले में तीन विकेट लिए थे. इससे पहले मोहम्मद सिराज के हटने पर दलीप ट्रॉफी में इंडिया बी के लिए खेलने का मौका मिला था. वहां पर तीन मैच में उन्होंने 14 विकेट चटकाए थे.