टीम इंडिया इस वक्त इंग्लैंड में पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेल रही है.वहीं तिलक वर्मा भी इंग्लैंड में काउंटी चैंपियनशिप खेल रहे हैं. उन्होंने हैंपशर के लिए खेलते हुए पहले दिन नॉटआउट 98 रन बनाए. यह उनका डेब्यू मैच है. इस पारी के बाद उन्होंने दिल का दर्द बयां किया.तिलक ने कहा कि वह भी रेड बॉल के अच्छे खिलाड़ी हैं. उन्होंने 234 गेंदों पर 11 चौके और तीन छक्के की मदद से 234 रन बनाए. वह चौथे नंबर पर बैटिंग के लिए आए थे.
जब आप दिन के खेल के आखिर में 90 के पार होते हैं तो यह आपके दिमाग में चलता रहता है. आप सोचते हैं कि 2 और रन, 5 और रन. मैं वर्तमान में जी रहा हूं. 100 के बाद भी अभी बहुत लंबा रास्ता तय करना है. मैं इसे इसी तरह देखता हूं. यहां से अगर हम आगे बढ़ते हैं और 100-150 रन बनाते हैं तो यह हमारे और टीम के लिए अच्छा है.
मैं हमेशा कहता हूं कि टेस्ट क्रिकेट मेरा पसंदीदा खेल है. मैं इस मौके का इंतजार कर रहा था. इंटरनेशनल टी20 में दुनिया का नंबर 3 बल्लेबाज होने के नाते हर कोई सोचता है कि मैं एक अच्छा टी20 बल्लेबाज हूं, लेकिन मैं जानता हूं और मैं यह लंबे समय से कहता आ रहा हूं कि मैं एक अच्छा टेस्ट खिलाड़ी हूं. मुझे टेस्ट क्रिकेट खेलना, शरीर के करीब खेलना, चुनौती का सामना करना पसंद है, खासकर अंग्रेजी परिस्थितियों में. आज सुबह मौसम ठंडा था, इसलिए गेंद थोड़ी हिल रही थी और घूम रही थी.
तिलक ने अभी तक भारत के लिए चार वनडे और 25 टी20 इंटरनेशनल मुकाबले खेले हैं.उन्होंने 18 फर्स्ट क्लास मुकाबले खेले हैं. इनमें 50.16 की औसत से उन्होंने 1204 रन बनाए हैं.