भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के चलते पाकिस्तान सुपर लीग 2025 को अनिश्चित समय के लिए सस्पेंड कप दिया गया. पहले इस टूर्नामेंट को यूएई ले जाने का फैसला किया गया था लेकिन वहां से हरी झंडी नहीं मिली. इस बीच पीएसएल में खेल रहे विदेशी खिलाड़ियों को पाकिस्तान से निकाले जाने पर एक खुलासा हुआ है. विदेशी खिलाड़ियों में डर का माहौल था और उनके खेलने से इनकार के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने लीग को टालने का फैसला किया. बांग्लादेश के लेग स्पिनर रिशाद हुसैन ने बताया कि इंग्लैंड के ऑलराउंडर टॉम करन तो पाकिस्तान से बाहर जाने को लेकर रोने लगे थे.
एयरपोर्ट बंद हुआ तो रोने लगे टॉम करन
पीसीबी ने चार्टर फ्लाइट के जरिए विदेशी खिलाड़ियों को पाकिस्तान से दुबई भेजा था. जिस एयरपोर्ट से विमान उड़ा था उस पर 20 मिनट बाद ही मिसाइल अटैक हुआ था. क्रिकबज़ की रिपोर्ट के अनुसार, टॉम करन घर जाने के लिए एयरपोर्ट गए थे. लेकिन वहां जाने पर पता लगा कि वह तो बंद है. इसके बाद वह रोने लग गए. बांग्लादेश खिलाड़ी रिशाद ने बताया, 'वह बच्चे की तरह रो रहा था. इसके बाद दो-तीन लोगों ने मिलकर उसे संभाला.'
रिशाद ने आगे कहा,
सैम बिलिंग्स, डेरिल मिचेल, कुशल परेरा, डेविड वीजे, टॉम करन जैसे विदेशी खिलाड़ी डरे हुए थे. दुबई में लैंडिंग के बाद मिचेल ने मुझसे कहा कि वह इस तरह के हालात में दोबारा कभी पाकिस्तान नहीं जाएंगे. कुल मिलाकर वे सब डरे हुए थे. अच्छी बात रही कि हम मुश्किल से बचकर दुबई पहुंच गए. दुबई पहुंचने के बाद हमने सुना कि हमारे उड़ने के 20 मिनट बाद एयरपोर्ट पर मिसाइल अटैक हुआ. वह खबर डरावनी और दुखद थी और दुबई पहुंचने की वजह से हमने राहत की सांस ली.
कराची में मैच कराना चाहते थे पीसीबी चेयरमैन
रिशाद ने कहा कि पीसीबी चेयरमैन मोहसिन नकवी कराची में पीएसएल के बाकी मैच कराने चाहते थे. लेकिन खिलाड़ियों ने सुरक्षा का मसला उठाया. उन्होंने कहा, 'मीटिंग हमारी चिंताएं जानने के लिए बुलाई गई थी. सभी विदेशी खिलाड़ियों ने कहा कि टूर्नामेंट के बाकी हिस्से के लिए दुबई ही सुरक्षित जगह है. पीसीबी चेयरमैन ने समझाने की कोशिश की. उन्होंने हमसे छुपाया कि एक दिन पहले ही दो ड्रोन अटैक हुए हैं.'