विराट कोहली ने अपने टेस्ट करियर को अलविदा कह दिया है. सोमवार को उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए इसका ऐलान किया. इससे पहले कहा जा रहा था कि उन्होंने बीसीसीआई को इसकी जानकारी दे दी थी. बीसीसीआई ने उन्हें मनाने की भी कोशिश की लेकिन फिर भी कोहली ने अपना फैसला नहीं पलटा. विराट ने जैसे ही इसका ऐलान किया सभी चौंक गए. फैंस को यकीन नहीं हुआ कि आखिर ये कैसे हुआ. इस बीच विराट कोहली का एक पुराना इंटरव्यू वायरल हो रहा है जिसमें वो अपने सपनों की बात कर रहे हैं.
उनका सपना है कि वो टेस्ट क्रिकेट में 10,000 रन पूरे करें. विराट ने आगे कहा कि, मैं रिकॉर्ड्स को ट्रैक नहीं करता हूं. जब मैं मैच में शतक बनाता हूं तो इसके बाद मुझे पता चलता है कि ये सबसे तेज था या कुछ और. ऐसे में सारी चीजें मुझे मैच के बाद ही पता चलती हैं. पहले मैं ये नहीं सोचता कि इतने मैच बचे हैं और मुझे इतने शतक लगाने हैं. मुझे रिकॉर्ड बनाना है, मैं इन सब चीजों के बारे में नहीं सोचता. मेरा लक्ष्य यही होता है कि मुझे टेस्ट क्रिकेट में 10,000 रन बनाने हैं. और मैं इसी को हासिल करना चाहता हूं.
विराट कोहली ने सीधी बात में साल 2013 में ये कहा था. लेकिन कोहली इस रिकॉर्ड बनाने से सिर्फ 770 रन दूरे थे.
विराट कोहली ने इससे पहले ही अपना करियर खत्म कर दिया. पिछले कुछ सालों में कोहली की फॉर्म टेस्ट क्रिकेट में ज्यादा खास नहीं रही है. यही कारण है कि उनकी औसत 50 से नीचे गिरी है.
कोहली ने बॉर्डर- गावस्कर ट्रॉफी में साल 2024-25 में 5 टेस्ट में सिर्फ 190 रन ठोके. इस दौरान आधे से ज्यादा रन विराट ने पहले टेस्ट यानी की पर्थ में बनाए थे. विराट कोहली चाहते थे कि वो टेस्ट में 10,000 रन ठोके लेकिन उनका ये सपना पूरा नहीं हो पाया. ऐसे में ये कहा जा सकता है कि ये खिलाड़ी इन दो अधूरे सपनों के बिना ही टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहकर चला गया.