बीसीसीआई के अंडर 19 वनडे टूर्नामेंट वीनू मांकड़ ट्रॉफी में दिल्ली को हरियाणा के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा. पहले बैटिंग करते हुए टीम 164 रन पर सिमट गई और इस लक्ष्य को हरियाणा ने केवल दो विकेट खोकर 44.1 ओवर में हासिल कर लिया. दिल्ली को इस मुकाबले में बल्लेबाजों ने काफी निराश किया. केवल कप्तान प्रणव पंत ही ऐसे रहे जो लड़ सके. उन्होंने शानदार फॉर्म जारी रखते हुए 56 रन की तेजतर्रार पारी खेली. पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग के बेटे आर्यवीर सहवाग इस मुकाबले में बुरी तरह नाकाम रहे. वे केवल तीन रन बना सके. उन्होंने 16 गेंद का सामना किया. वे पारी का आगाज करने उतरे थे. उन्हें परम चंदीला ने आउट किया.
हरियाणा ने टॉस जीता और दिल्ली को बैटिंग के लिए बुलाया. यह दांव कारगर रहा. दिल्ली के ओपनर सार्थक रे (8) और आर्यवीर (3) दोनों ही दहाई का आंकड़ा पार नहीं कर सके. आदित्य कुमार (4) भी ज्यादा देर नहीं टिक पाए. टॉप ऑर्डर ध्वस्त होने के बाद कप्तान पंत ने एक छोर थाम लिया. उनके और आदित्य भंडारी (12) के बीच 42 रन की साझेदारी हुई जो दिल्ली की पारी में सर्वोच्च रही. प्रणव पंत ने इस दौरान धमाकेदार बैटिंग की और 58 गेंद में आठ चौकों व एक छक्के से 56 रन की पारी खेली. वे 90 रन के कुल स्कोर पर आउट हुए.
आखिरी तीन बल्लेबाजों ने दिल्ली के लिए लड़ी लड़ाई
दिल्ली के आखिरी तीन बल्लेबाजों ने जुझारू खेल दिखाया. उन्होंने सात विकेट पर 93 के स्कोर से टीम को 164 तक पहुंचाया. अमन चौधरी ने 21, दिवांश रावत ने 23 और लक्ष्मण ने 11 रन बनाए,. हरियाणा की ओर से परम चंदीला सबसे कामयाब बॉलर रहे जिन्होंने 8.5 ओवर में एक मेडन के साथ 26 रने देकर तीन शिकार किए. हिमांशु कुमार और समी कादियान को दो-दो विकेट मिले.
हरियाणा की आसान जीत
इसके जवाब में हरियाणा ने ओपनर यश अधाणा के 96 और मोक्ष मुदगिल के नाबाद 51 रन के दम पर मैच अपने नाम कर लिया. अधाणा ने 128 गेंद का सामना किया और 10 चौकों के साथ पांच छक्के उड़ाए. वे जब शतक से केवल चार रन दूर थे तब लक्ष्मण की गेंद पर आदित्य भंडारी को कैच दे बैठे. मोक्ष ने 72 गेंद खेलते हुए पांच चौकों से अर्धशतकीय पारी खेली.