अपने पूरे क्रिकेट करियर में टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एमएस धोनी को एक ऐसे खिलाड़ी के तौर पर देखा गया है जो हमेशा शांत रहते हैं. हालांकि एक बार ऐसा हुआ था जब धोनी ने मैदान पर क्रिकेट के नियम तोड़ दिए थे. धोनी इस दौरान बेहद ज्यादा गुस्से में थे. साल 2019 में चेन्नई सुपर किंग्स की टीम राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ 152 रन के लक्ष्य का पीछा कर रही थी. धोनी एंड कंपनी को आखिरी 6 गेंदों पर जीत के लिए 18 रन की जरूरत थी. बेन स्टोक्स ने धोनी को फाइनल ओवर की चौथी गेंद पर आउट कर दिया था. इंग्लैंड के ऑलराउंडर ने इसके बाद नए बल्लेबाज मिचेल सैंटनर को फुल टॉस गेंद डाली जो नो बॉल लग रही थी. ऐसे में नो बॉल का बजर मैदान पर बज गया लेकिन लेकिन अंपायर ने तुरंत अपना हाथ वापस ले लिया और नो बॉल नहीं दी.
इस दौरान धोनी ने ये सबकुछ देख लिया और वो अंपायर के साथ बहस करने के लिए मैदान पर चले गए. इस मामले के बाद कुछ लोगों ने धोनी का सपोर्ट किया और कुछ ने नहीं किया. चेन्नई के कप्तान पर 50 प्रतिशत का मैच फीस का जुर्माना लगा. धोनी को कहा गया था कि उन्होंने आईपीएल कोड ऑफ कंडक्ट तोड़ा है.
ऐसा लगा जैसे शेर मैदान पर घुस गया हो: मोहित
चेन्नई सुपर किंग्स के साथ साल 2019 में खेलने वाले मोहित शर्मा ने अब इस मामले पर बड़ा खुलासा किया है. टू स्लॉगर्स पॉडकास्ट पर मोहित ने कहा कि धोनी काफी ज्यादा गुस्से में थे. वो इतने ज्यादा गुस्से में थे कि डगआउट में बैठे साथी खिलाड़ी भी डर गए थे. मोहित शर्मा ने इस मुद्दे पर खुलासा करते हुए कहा कि, हम लोग डगआउट में बैठे थे. हम चिल्ला रहे थे मत जाओ, मत जाओ. लेकिन उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा. वो ऐसे गए जैसे लगा कि शेर मैदान में घुस गया है. वो खुद वहां जाना चाहते थे और ये मामला दूसरों पर नहीं छोड़ना चाहते थे. वो जैसे ही आउट होकर आए और बैठे. वैसे ही उन्होंने पूछा कि क्या नो बॉल दिया? हमने कहा कि हां सिग्नल दिया है. इसके बाद वो नहीं रुके.
बता दें कि इसके बाद जब वो वापस आए तब उन्होंने मुझसे लैपटॉप मंगाने को कहा. वीडियो में उन्होंने देखा कि वो नो बॉल थी. मोहित ने आगे बताया कि धोनी को बाद में पता चला कि उन्होंने काफी ज्यादा जोश में आकर गलती कर दी. पूर्व कप्तान का यही पाइंट था कि अंपायर को अपना फैसला नहीं बदलना चाहिए था और ओरिजिनल फैसले पर बने रहना था.
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