मोहम्मद शमी को हाल ही में साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम में नहीं चुना गया. इससे पहले वेस्ट इंडीज के खिलाफ सीरीज में भी उन्हें जगह नहीं मिली थी. मोहम्मद शमी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023 फाइनल के बाद से भारत के लिए टेस्ट नहीं खेल सके हैं. अब एक रिपोर्ट में कहा गया है कि उनसे इंग्लैंड दौरे के लिए संपर्क किया गया था लेकिन फिटनेस के मसले पर उनकी तरफ से सहमति नहीं आई थी. माना जा रहा है कि अब इसी वजह से मोहम्मद शमी भारतीय टेस्ट टीम में सेलेक्शन के दायरे से बाहर हो गए.
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, शमी का यह आरोप लगाना गलत है कि कि सेलेक्शन को लेकर उनसे कोई बात नहीं हुई. उनसे कई बार बात की गई. एक सूत्र के हवाले से रिपोर्ट में लिखा है, राष्ट्रीय चयनकर्ताओं और बीसीसीआई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के सपोर्ट स्टाफ ने कई बार शमी से बात करने के लिए कॉल किया. सेलेक्शन कमिटी इंग्लैंड दौरे के लिए उन्हें लेना चाहती थी क्योंकि जसप्रीत बुमराह तीन से ज्यादा टेस्ट नहीं खेल सकते थे. उनकी क्षमता वाले गेंदबाज को इंग्लैंड के हालाता में कौन लेना नहीं चाहेगा.
शमी से इंडिया ए के लिए खेलने को कहा गया था!
ऐसा समझा जाता है कि चयन समिति के एक वरिष्ठ सदस्य ने फिटनेस के बारे में जानने के लिए शमी को कई बार मैसेज भेजे. उनसे निवेदन दिया कि इंग्लैंड लॉयंस के खिलाफ कम से कम इंडिया ए का एक मैच खेल ले. ऐसा यह जानने के लिए किया गया कि क्या वह इंग्लैंड दौरे पर पांच टेस्ट की सीरीज में खेल सकते हैं.
सेलेक्टर्स के फोन करने पर शमी ने क्या जवाब दिया?
पीटीआई ने लिखा कि शमी की तरफ से जवाब दिया गया कि उन्हें अभी वर्कलोड पर काम करना होगा और इस दौरे के लिए उन पर विचार नहीं होना चाहिए. सूत्र के अनुसार, इसलिए ऐसा माहौल बनाना गलत है कि कि शमी के साथ बातचीत नहीं हुई. स्पोर्ट्स साइंस टीम के पास उनकी मेडिकल रिपोर्ट भी है और उन्हें पता था कि उनका शरीर इंटरनेशनल क्रिकेट का बोझ झेल पाएगा या नहीं.

