अपने टेस्ट करियर में शानदार आगाज करने वाले युवा सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल सोमवार को यहां भारतीय टीम के नेट सत्र के दौरान जसप्रीत बुमराह और अन्य तेज गेंदबाजों के खिलाफ जूझते दिखे. जायसवाल को भारतीय क्रिकेट का भविष्य का सितारा माना जाता है और उन्होंने टेस्ट प्रारूप में अपने करियर के शुरुआती साल में बल्ले से काफी प्रभावित किया है. इस वामहस्त बल्लेबाज ने अपने शुरुआती नौ टेस्ट मैच में 68.53 की औसत से 1028 रन बनाये हैं. उन्होंने ने हालांकि इसमें से 700 से ज्यादा रन इंग्लैंड के खिलाफ पिछली घरेलू श्रृंखला में बनाये.
तस्कीन और राणा ने पाकिस्तान दौरे पर अपनी गति, स्विंग और उछाल से बल्लेबाजों को काफी परेशान किया और टीम को पहली बार पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में जीत दिलाने में मदद की. जायसवाल मौजूदा सत्र में प्रथम श्रेणी मैच में भी छाप छोड़ने में नाकाम रहे. दलीप ट्रॉफी मैच में वह आवेश खान और खलील अहमद की गेंद पर सस्ते में पवेलियन लौट गये. चेन्नई में बांग्लादेश के खिलाफ मैच से पहले जायसवाल ने बुमराह के खिलाफ काफी अभ्यास किया. वह हालांकि बुमराह के साथ सिमरजीत सिंह, गुरनूर बराड़ और गुरजनप्रीत सिंह जैसे नेट गेंदबाजों के खिलाफ सहज नहीं दिख रहे थे. गेंद कई बार उनके बल्ले का बाहरी किनारा लेकर निकली. बुमराह ने इस दौरान दो बार उन्हें बोल्ड भी किया.
अभ्यास सत्र के दौरान जायसवाल का आत्मविश्वास डगमगाया लग रहा था और वह स्विंग तथा उछाल से सामंजस्य नहीं बिठा पा रहे थे. जायसवाल को इसके बाद दिग्गज विराट कोहली से बात करते देखा गया. कोहली शायद इस युवा खिलाड़ी को उनकी खामियों के बारे में बता रहे थे. कोहली और जायसवाल ने नेट सत्र में लगभग एक घंटे तक बल्लेबाजी की. इस दौरान बुमराह ने कोहली को भी परेशान दिया. कोहली ने हालांकि कुछ शानदार कवर और ऑन ड्राइव लगाये. जायसवाल स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ सहज दिखे. उन्होंने स्पिनरों के खिलाफ कदमों का अच्छा इस्तेमाल किया और कुछ शानदार स्क्वायर कट जड़े. इसके बाद अभ्यास के लिए आये ऋषभ पंत ने बायें हाथ के स्पिनरों के खिलाफ बल्लेबाजी के दौरान आक्रामक शॉट खेलने में संकोच नहीं किया. भारतीय खिलाड़ियों ने इस दौरान क्षेत्ररक्षण अभ्यास भी किया, जिसमें स्लिप में कैच पकड़ने के अभ्यास को प्राथमिकता दी गयी.