सचिन तेंदुलकर की अगुआई वाली इंडिया मास्टर्स ने वेस्टइंडीज मास्टर्स को छह विकेट से मात देकर इंटरनेशनल मास्टर्स लीग टी20 का खिताब जीत लिया. इंडिया मास्टर्स ने 149 रन के टार्गेट को 17 गेंद पहले हासिल कर लिया था. अंबाती रायडू ने 50 गेंदों में 74 रन बनाए. जबकि स्टुअर्ट बिन्नी ने 9 गेंदों में नॉटआउट 16 रन बनाए. युवराज सिंह 13 रन पर नाबाद रहे. इस फाइनल में दोनों टीमों ने पूरी ताकत लगा दी थी, मगर तेंदुलकर की टीम जीत हासिल करने में सफल रही.
क्या है पूरा मामला?
मामला इंडिया मास्टर्स की पारी के 13वें ओवर का है. ओवर खत्म होने के बाद युवराज टीनों के बीच किसी बात पर बहस करते हुए नजर आ रहे हैं. मामला को शांत कराने के लिए अंबाती रायडू ने युवराज का हाथ पकड़कर उन्हें वहां से दूर करने की भी कोशिश की, मगर वह सफल नहीं हो पाए. वेस्टइंडीज टीम के कप्तान ब्रायन लारा को दोनों को अलग करने के लिए बीच में आना पड़ा.
यह सब तब शुरू हुआ, जब टीनो बेस्ट ने अपना ओवर पूरा किया और चोट लगने की आशंका के कारण मैदान से बाहर जाने लगे. हालांकि युवराज सिंह ने अंपायर के सामने इस मामले को उठाया और इसके बाद बिली बोडेन ने शायद टीनो बेस्ट को वापस मैदान पर आने के लिए कहा. इसके बाद टीनो युवराज सिंह की तरफ बढ़े. युवराज भी पीछे नहीं हटे और दोनों के बीच तीखी बातचीत होने लगी. इसके तुरंत बाद युवराज सिंह ने स्ट्राइक ली और एक जोरदार छक्का लगाया और फिर उन्हें टीनो की तरफ अपना बल्ला तानते हुए देखा गया.
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