सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2022 का आगाज 11 अक्टूबर से हुआ. इसके साथ ही भारतीय क्रिकेट में एक नया बदलाव भी देखने को मिला. यह बदलाव है इंपेक्ट प्लेयर का. दिल्ली और मणिपुर के मुकाबले में पहला इंपेक्ट प्लेयर देखने को मिला. यह खिलाड़ी बने दिल्ली के ऋतिक शोकीन. उन्होंने दिल्ली की टीम में हितेन दलाल की जगह ली. दिल्ली ने पहले बैटिंग की थी. ऐसे में हितेन दलाल ने 27 गेंद में 47 रन की पारी खेली. ऐसे में उनके योगदान को लेने के बजाए दिल्ली ने उन्हें बैठा दिया और शोकीन को उतार दिया.
शोकीनने बॉलिंग अपनी भूमिका निभाते हुए तीन ओवर फेंके और 13 रन देकर दो विकेट चटकाए. उनकी बॉलिंग के बूते दिल्ली ने मणिपुर को सात विकेट पर 96 के स्कोर पर रोक दिया. दिल्ली ने यह मुकाबला 71 रन से अपने नाम किया. शोकीन ने इस साल की शुरुआत में मुंबई इंडियंस के साथ आईपीएल में डेब्यू किया था. वहां भी उन्होंने अपने खेल से सबको प्रभावित किया. उन्होंने पांच मैच खेले और दो विकेट लिए. साथ ही 43 रन भी बनाए.
टूर्नामेंट के पहले दिन तमिलनाडु ने छत्तीसगढ़ के खिलाफ तेज गेंदबाज टी नटराजन को ओपनर हरी निशांत से रिप्लेस किया. निशांत ने 36 गेंद में 33 रन की पारी खेली. हालांकि तमिलनाडु को मैच में छह रन से हार मिली. वहीं कर्नाटक ने महाराष्ट्र के सामने देवदत्त पडिक्कल की बैटिंग के बाद लेग स्पिनर श्रेयस गोपाल को शामिल किया. पडिक्कल ने 124 रन की नाबाद शतकीय पारी खेली थी. उनकी जगह आए गोपाल ने 15 रन देकर एक विकेट लिया. कर्नाटक ने 99 रन से मैच जीता.
क्या है इंपेक्ट प्लेयर नियम
इसके तहत टीमों को प्लेइंग इलेवन के साथ चार सब्सटीट्यूट खिलाड़ी भी बताने होंगे. इन चार में से कोई एक खिलाड़ी प्लेइंग इलेवन के खिलाड़ी को रिप्लेस कर सकता है. यह रिप्लेसमेंट किसी भी पारी के दौरान 14वें ओवर से पहले होना है. वह खिलाड़ी अपने हिस्से के पूरे ओवर फेंक सकता है और बैटिंग भी कर सकता है. जो नया खिलाड़ी टीम में आएगा उसकी भूमिका पर कोई रोक नहीं होगी. उदाहरण के तौर पर इंपेक्ट प्लेयर किसी बल्लेबाज की जगह ले सकता है और बैटिंग कर सकता है. या फिर बॉलर की जगह ले सकता है जिसने बॉलिंग कर ली. फिर इंपेक्ट प्लेयर भी चार ओवर डाल सकता है. अगर मैच 10 ओवर से कम का होता है तब इंपेक्ट प्लेयर का इस्तेमाल नहीं हो सकता.
बीसीसीआई ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी से यह नियम ट्रायल के तौर पर लागू किया है. कप्तानों और कोच से पॉजीटिव रेस्पॉन्स मिलने पर आईपीएल 2023 में इसे लागू किया जा सकता है.