मुंबई ने सैयद मुश्ताक अली टी20 ट्रॉफी 2022 का खिताब जीत लिया है. सरफराज खान की अहम पारी के दम पर मुंबई ने 144 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए आखिरी ओवर तक चले मुकाबले में हिमाचल प्रदेश को तीन विकेट से मात दी. मुंबई ने पहली बार यह घरेलू टूर्नामेंट जीता है. सरफराज ने मुश्किल पिच पर एक छोर थामे रखा और तीन चौकों और एक छक्के से 31 गेंद में 36 रन की नाबाद पारी खेली. इससे पहले हिमाचल प्रदेश ने निचले क्रम के बल्लेबाजों के उपयोगी योगदान की बदौलत आठ विकेट पर 143 रन का स्कोर खड़ा किया था. उसके पास भी पहली बार सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी जीतने का मौका था लेकिन फाइनल में टीम मौका चूक गई.
लक्ष्य का पीछा करते हुए मुंबई ने तूफानी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ को पहले ही ओवर में खो दिया. वे आठ गेंद में दो चौकों से 11 रन बनाने के बाद ऋषि धवन का शिकार बने. कप्तान अजिंक्य रहाणे भी कुछ नहीं कर सके पांच गेंद में एक रन बनाने के बाद धवन की गेंद पर एलबीडब्ल्यू हुए. इससे मुंबई का स्कोर दो विकेट पर 28 रन हो गया. बाएं हाथ के बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल (27) और श्रेयस अय्यर (34) ने पारी को सहारा दिया. दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 41 रन जोड़े. जायसवाल रन बनाने के लिए जूझते दिखे. वे 28 गेंद में तीन चौकों और एक छक्के से 27 रन बनाकर मयंक डागर की गेंद पर लपके गए.
सेमीफाइनल के हीरो अय्यर ने कुछ अच्छे शॉट्स लगाए जिससे मुंबई की रन रेट काबू में रही. वे चार चौकों और एक छक्के से 34 रन बनाकर अच्छे रंग में थे लेकिन वैभव अरोड़ा ने उनकी पारी पर विराम लगाया. शिवम दुबे भी नहीं चले और सात रन बनाने के बाद अरोड़ा के दूसरे शिकार बन गए. इससे मुंबई का स्कोर पांच विकेट पर 110 रन हो गया. अमन हाकिम खान (6) और शम्स मुलानी (2) भी नहीं टिक सके और मुंबई 119 पर सात विकेट गंवाकर मुश्किल में फंस गया.
सरफराज बने फिनिशर
लेकिन सरफराज एक छोर पर टिके हुए थे. उन्होंने 18वें ओवर में चौका लगाकर दबाव कम किया. फिर 19वें ओवर की आखिरी दो गेंदों पर छक्का और चौका लगाकर मैच में मुंबई का पलड़ा भारी कर दिया. आखिरी ओवर में मुंबई को जीत के लिए छह रन चाहिए थे. यह ओवर ऋषि धवन ने किया लेकिन तनुष कोटियान ने तीसरी गेंद पर छक्का लगाकर मुंबई को चैंपियन बना दिया.
हिमाचल की बैटिंग का हाल
पहले बैटिंग करते हुए हिमाचल प्रदेश ने 20 रन पर दो विकेट गंवा दिए थे. अंकुश बैंस (4) और सुमित वर्मा (8) रन बनाकर मोहित अवस्थी के शिकार हो गए. दूसरे ओपनर प्रशांत चोपड़ा (19) ने एक छोर थामे रखा लेकिन वे रन बनाने के लिए तरसते दिखे. उन्होंने 27 गेंद का सामना किया और केवल दो चौके लगाए. हालांकि निखिल गांगटा ने 14 गेंद में चार चौकों की मदद से तेजी से 22 रन जुटाए. इससे सातवें ओवर तक टीम ने 50 रन का आंकड़ा पार कर लिया.
7 रन में गंवाए 4 विकेट
इसके बाद हिमाचल ने सात रन के अंदर चार विकेट गंवा दिए. तनुष कोटियान ने लगातार दो गेंदों में निखिल और नितिन शर्मा के विकेट चटकाए. नितिन खाता भी नहीं खोल पाए. तब हिमाचल का स्कोर 51 रन था. कप्तान ऋषि धवन भी फाइनल मुकाबले में नहीं चल सके और शिवम दुबे की गेंद पर यशस्वी जायसवाल को कैच दे बैठे. वे एक रन बना पाए. 10वें ओवर में 58 के कुल स्कोर पर चोपड़ा भी कोटियान के तीसरे शिकार बने. 24 साल के ऑफ स्पिनर कोटियान ने चार ओवर में 15 रन देकर तीन शिकार किए.
लॉअर ऑर्डर ने बनाए जरूरी रन
आकाश वशिष्ट और एकांत सेन ने मिलकर टीम को संभाला. दोनों ने सातवें विकेट के लिए 60 रन की साझेदारी की. एकांत 29 गेंद में तीन चौकों और दो छक्कों से 37 रन बनाकर मोहित अवस्थी के तीसरे शिकार बने. आकाश 22 गेंद में तीन चौकों से 25 रन बनाने के बाद अमन हाकिम खान की गेंद पर आउट हुए. वीरेंद्र सहवाग के भांजे मयंक डागर ने नौवें नंबर पर उतरकर 12 गेंद में दो चौकों और एक छक्के से नाबाद 21 रन की पारी खेली और टीम को 143 तक पहुंचाया. मुंबई की तरफ से तनुष के अलावा मोहित अवस्थी ने 21 रन देकर तीन विकेट लिए.