कौन हैं अमित पासी जिन्होंने T20 डेब्यू में शतक ठोककर की वर्ल्ड रिकॉर्ड की बराबरी, बन गए थे कोच फिर हार्दिक ने की मदद

कौन हैं अमित पासी जिन्होंने T20 डेब्यू में शतक ठोककर की वर्ल्ड रिकॉर्ड की बराबरी, बन गए थे कोच फिर हार्दिक ने की मदद
amit pasi

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अमित पासी ने 55 गेंद में 10 चौकों व 9 छक्कों की मदद से शतकीय पारी खेली.

अमित पासी का परिवार मूल रूप से उत्तर पर

सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2025 के आखिरी ग्रुप स्टेज राउंड में 8 दिसंबर को बड़ौदा के अमित पासी ने कमाल कर दिया. उन्होंने टी20 डेब्यू में ही शतक उड़ाया और सर्विसेज के खिलाफ 114 रन की पारी खेली. अमित पासी ने इस पारी के जरिए टी20 डेब्यू में सर्वोच्च स्कोर के वर्ल्ड रिकॉर्ड की बराबरी की. उनके अलावा पाकिस्तान के बिलाल आसिफ ने 2015 में सियालकोट स्टालियंस के लिए खेलते हुए फाल्कंस के खिलाफ 114 रन बनाए थे. लेकिन कौन हैं अमित पासी और क्यों अभी तक उनके बारे में कभी नहीं सुना गया.

26 साल के अमित को जितेश शर्मा के भारतीय टीम के साथ खेलने जाने के चलते बड़ौदा की प्लेइंग इलेवन में मौका मिला. इससे पहले उनके पास लिस्ट ए डेब्यू करने का मौका आया था लेकिन चोट की वजह से ऐसा हो नहीं सका. इसके बाद बरसों तक वे टीम से दूर ही रहे. इसलिए जब उन्हें बड़ौदा के कप्तान विष्णु सोलंकी ने टी20 डेब्यू के बारे में कहा तो अमित ज्यादा उत्साहित नहीं थे. उन्होंने इस बारे में स्पोर्टस्टार से बात करते हुए कहा कि डेब्यू की खबर सुनकर वे हवाई किले नहीं बनाना चाहते थे.

अमित का है यूपी कनेक्शन

 

अमित का परिवार मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रायबरेली के रहने वाले हैं. 40 साल पहले उनका परिवार वडोदरा शिफ्ट हो गया था. यहीं पर अमित का 1999 में जन्म हुआ. उनके बड़े भाई क्रिकेट खेलते थे. अमित का परिवार पानी सप्लाई करने का काम करता है. ऐसे में उन्हें आर्थिक तौर पर कोई दिक्कत नहीं हुई.

अमित ने कर लिया था संन्यास का फैसला

 

अमित पहले विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर खेला करते थे. 2016-17 में उन्हें बड़ौदा की अंडर 19 टीम में जगह मिली. लेकिन पूरे सीजन वे बेंच पर ही बैठे रहे. वे कभी भी एज लेवल क्रिकेट नहीं खेल पाए. लेकिन लोकल स्तर पर खेलते रहे और इसके जरिए उन्हें 2022 में सीनियर टीम में चुना गया. लेकिन यहां भी खेलने के मौके दूर ही रहे. इससे परेशान होकर अमित ने खेल को छोड़ने का फैसला कर लिया था. उन्हें खुद पर शक होने लगा था. ऐसे में अमित ने अकोता क्रिकेट क्लब में बच्चों को कोचिंग देना शुरू कर दिया. वे संन्यास के बारे में भी सोचने लगे.