संयम, कौशल और तकनीकी को जहां टेस्ट क्रिकेट की परिभाषा में सफलता कुंजी माना जाता है. वहीं इंग्लैंड ने पिछले कुछ सालों में टेस्ट क्रिकेट के रोमांच को बदलकर रख डाला है. वनडे और टी20 वाले गेम प्लान को इंग्लैंड की क्रिकेट टीम ने टेस्ट क्रिकेट में भी लागू किया और तेज खेलने वाला 'बैजबॉल' प्लान लेकर दुनिया के सामने आए. इससे इंग्लैंड को जहां सफलता भी मिली है. वहीं कभी-कभी इससे नुकसान भी हुआ है. लेकिन इंग्लैंड ने अपनी एप्रोच को नहीं बदला. इस पर ही अब इंग्लैंड के पूर्व खिलाड़ी केविन पीटरसन ने एशेज सीरीज के पहले टेस्ट मैच के दौरान बड़ा बयान दे डाला है.
393 रन पर घोषित कर डाली थी पहली पारी
इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एजबेस्टन टेस्ट मैच के दौरान पहले दिन ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए 78 ओवर में 8 विकेट के नुकसान पर 393 रन बना डाले थे. इसके बाद अचानक इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने पारी घोषित कर डाली, जबकि जो रूट 118 रन बनाकर नाबाद खेल रहे थे. जिसके बाद मीडिया रिपोर्ट्स में ये भी सामने आया कि इंग्लैंड की टीम चौथे दिन दूसरी पारी में सिर्फ 60 ओवर ही बल्लेबाजी करना चाहती थी. इस पर पीटरसन ने स्काई स्पोर्ट्स से बातचीत में कहा कि चौथे दिन की शुरुआत से पहले मैंने सुना था कि इंग्लैंड की टीम सिर्फ 60 ओवर ही दूसरी पारी में बल्लेबाजी करना चाहती थी. उनके द्वारा पहली पारी घोषित करने से भी मेरा ध्यान अभी तक हटा नहीं है. जब किसी ने मुझे उनके प्लान के बारे में बताया तो मैं काफी हैरान हो गया था.
पीटरसन ने आगे कहा, "60 ओवर के बारे में जब किसी ने मुझे बताया तो मैंने कहा कि क्या मजाक कर रहे हो. ये लोग क्या 60 ओवरों में 400 रन बनाने जा रहे हैं."
रोमांचक मोड़ पर पहला टेस्ट
हालांकि इंग्लैंड की दूसरी पारी मैच में 273 रनों पर सिमट गई. जबकि ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में उस्मान ख्वाजा के 141 रनों की पारी के दमपर 386 रन बनाए थे. जिससे उनकी टीम इंग्लैंड के पहली पारी में बनाए गए 393 रनों के आधार पर सात रन पीछे रह गई और इंग्लैंड ने दूसरी पारी के बाद ऑस्ट्रेलिया को 281 रनों का लक्ष्य दिया था. चौथे दिन की समाप्ति तक ऑस्ट्रेलिया ने तीन विकेट पर 107 रन बना डाले थे. जिससे अंतिम दिन ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 174 रन और चाहिए. जबकि इंग्लैंड को सात विकेट और चटकाने हैं.
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