इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने मेलबर्न टेस्ट की पिच को आड़े हाथों लिया है. उनका कहना है कि अगर ऐसी पिच दुनिया के किसी दूसरे हिस्से में होती तो नरक मचा दिया जाता. इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच चौथा टेस्ट दो दिन के अंदर ही खत्म हो गया. इसमें दो दिन के अंदर 36 विकेट गिरे. इंग्लिश टीम ने इस मुकाबले को चार विकेट से जीता. बेन स्टोक्स ने कहा कि पिच को लेकर जब वह मैच रेफरी को फीडबैक देंगे तो वह अच्छा नहीं रहने वाला है.
एशेज 2025-26 सीरीज में दो टेस्ट दो दिन के अंदर खत्म हो गए. पर्थ में खेला गया पहले टेस्ट का भी ऐसा ही हाल रहा था. 1912 के बाद यह पहली बार है जब एक सीरीज में दो टेस्ट दो दिन के अंदर खत्म हो गए. मेलबर्न की पिच पर गेंद काफी सीम हो रही थी और इस वजह से बल्लेबाजी करना मुश्किल रहा. 1932 के बाद ऑस्ट्रेलिया में यह पहला टेस्ट रहा जब कोई बल्लेबाज अर्धशतक नहीं लगा सका.
बेन स्टोक्स ने मेलबर्न टेस्ट की पिच पर क्या कहा
स्टोक्स ने मैच के बाद पिच को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, 'एकदम ईमानदारी से कहूं तो आप ऐसी पिच नहीं चाहते. आप नहीं चाहते कि बॉक्सिंग डे टेस्ट दो दिन में खत्म हो जाए. यह ठीक नहीं है. एक बार जब खेल शुरू हो जाता है तब आप इसे बदल नहीं सकते और जो भी आपके सामने है उस पर खेलना होता है. लेकिन मुझे पूरा भरोसा है कि दुनिया में कहीं और ऐसा होता तो नरक मचा दिया जाता. खेल के लिए यह ठीक नहीं. मैच पांच दिन तक जाना चाहिए. लेकिन हमने ऐसा खेल दिखाया जिससे हमारा काम हो गया.'
पिच क्यूरेटर ने ठंडे मौसम में छोड़ी 10 मिलीमीटर घास
स्टोक्स ने हालांकि यह नहीं कहा कि उनकी प्रतिक्रिया में भारतीय उपमहाद्वीप की पिचों की तरफ संकेत था. मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड के क्यूरेटर मैट पेज ने पिच पर 10 मिलीमीटर घास छोड़ी थी. यहां का मौसम भी ठंडा था. इससे उलट 2024 में जब भारत और ऑस्ट्रेलिया ने बॉक्सिंग डे टेस्ट खेला था तब गर्मी थी और पिच पर केवल 7-8 मिलीमीटर घास ही रखी गई थी. वह टेस्ट पांच दिन तक चला था.

