ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड के सामने एशेज सीरीज जीत ली लेकिन मेलबर्न टेस्ट में दो दिन के अंदर मिली हार ने उसकी कुछ खामियों को सामने ला दिया. इसमें सबसे प्रमुख बल्लेबाजी रही. ऑस्ट्रेलिया के तीन बल्लेबाज अभी तक खेले गए चार टेस्ट में रनों की कमी से जूझ रहे हैं. मार्नस लाबुशेन, जैक वेदराल्ड और कैमरन ग्रीन अभी तक असर नहीं छोड़ पाए हैं. ये तीनों मिलकर चार टेस्ट में कुल तीन अर्धशतक लगा सके हैं. ऐसे में सिडनी में होने वाले आखिरी टेस्ट से पहले इन पर दबाव है.
वेदराल्ड ने एशेज के जरिए टेस्ट करियर का आगाज किया. लेकिन अभी तक वे ज्यादा असर नहीं डाल पाए. चार टेस्ट में 20.85 की औसत से 146 रन उनके नाम हैं. एक अर्धशतक उनके बल्ले से आया है जिसमें उन्होंने 72 रन बनाए थे. डेविड वॉर्नर के संन्यास के बाद से वे तीसरे ओपनर हैं जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए डेब्यू किया. पिछले साल भारत के खिलाफ सीरीज के दौरान नाथन मैक्स्वीनी और सैम कोंस्टस ने डेब्यू किया था. लेकिन दोनों ही जगह पक्की नहीं कर पाए. अब ऐसा ही प्रदर्शन वेदराल्ड का दिख रहा है. एशेज के बाद ऑस्ट्रेलिया को अगस्त 2026 से अगस्त 2027 के बीच में 20 के आसपास टेस्ट खेलने हैं.
लाबुशेन का बुरा हाल, महज 21 की औसत से बनाए रन
लाबुशेन ने घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के दम पर फिर से ऑस्ट्रेलियाई टीम में वापसी की थी. लेकिन एशेज में वे कुछ खास नहीं कर पाए. उन्होंने चार टेस्ट में 24.85 की औसत से 174 रन बनाए हैं. उनके बल्ले से दो फिफ्टी आई हैं. 65 रन उनका सर्वोच्च स्कोर रहा है. उनका यह साल काफी खराब रहा है. रनों की कमी के चलते उन्हें वेस्ट इंडीज दौरे की ऑस्ट्रेलियाई टीम से बाहर कर दिया गया था. लेकिन शेफील्ड शील्ड में शानदार प्रदर्शन करते हुए उन्होंने वापसी की थी.
साल 2025 में नंबर तीन पर 11 पारियों में उनकी कुल औसत 23.88 की है जो ऑस्ट्रेलियाई इतिहास में नंबर तीन बल्लेबाज के लिहाज से दूसरी सबसे खराब औसत है. उनकी इस साल ओवरऑल औसत 20.84 की है. यह ऑस्ट्रेलिया के टॉप-4 बल्लेबाजों में तीसरी सबसे खराब है.

