AUS vs ENG: इंग्लैंड का तगड़ा नुकसान, मार्क वुड एशेज 2025-26 से बाहर, 3 साल पहले 1 टेस्ट खेले खिलाड़ी को मिला मौका

AUS vs ENG: इंग्लैंड का तगड़ा नुकसान, मार्क वुड एशेज 2025-26 से बाहर, 3 साल पहले 1 टेस्ट खेले खिलाड़ी को मिला मौका
नेट्स सेशन के दौरान मार्क वुड

Story Highlights:

मार्क वुड ने पर्थ टेस्ट में 11 ओवर फेंके थे और कोई विकेट नहीं मिला था.

मार्क वुड पिछले कुछ समय से लगातार चोटों से परेशान रहे हैं.

इंग्लैंड के तेज गेंदबाज मार्क वुड एशेज 2025-26 से बाहर हो गए. उनके बाएं घुटने की चोट से फिर से उभर आई. मार्क वुड को यह चोट पर्थ में खेले गए पहले टेस्ट के दौरान लगी थी. इसकी वजह से वह ब्रिस्बेन में खेले गए दूसरे टेस्ट का हिस्सा नहीं बन पाए थे. वुड अब ऑस्ट्रेलिया से घर जाएंगे. वहां इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड की मेडिकल टीम के साथ मिलकर रिहैब व रिकवरी पर काम करेंगे. इंग्लैंड के लिए इस तेज गेंदबाज का बाहर होना कोढ़ में खाज जैसा है. टीम पांच में से पहले दो टेस्ट हारकर सीरीज में 0-2 से पीछे है.

इंग्लैंड बोर्ड ने वुड की जगह 28 साल के सीमर मैथ्यू फिशर को शामिल किया है. इस दाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने अभी तक एकमात्र टेस्ट खेला है जो 2022 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ था. इस मुकाबले में उन्हें एक विकेट मिला था. वह अभी इंग्लैंड लॉयंस टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर ही हैं. वह एडिलेड टेस्ट से पहले इंग्लिश टीम का हिस्सा बन जाएंगे.

वुड ने 15 महीने बाद खेला था टेस्ट

 

वुड जनवरी 2026 में 36 साल के हो जाएंगे. उनके दूसरे टेस्ट से बाहर रहने के बाद उम्मीद की जा रही थी कि वे मेलबर्न और सिडनी में होने वाले आखिरी दो टेस्ट में खेल सकेंगे. हालांकि वुड ने कहा था कि उम्र के चलते उन्हें दिक्कत हो रही है. वुड को साल 2025 के पहले हाफ में घुटने की सर्जरी करानी पड़ी थी. पर्थ में जब वह टेस्ट खेलने उतरे तो 15 महीनों में उनका यह पहला टेस्ट था. इस मुकाबले में उन्होंने 11 ओवर फेंके थे लेकिन कोई विकेट नहीं मिला.  

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

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वुड ने एशेज से बाहर होने के बाद क्या कहा

 

वुड ने पर्थ टेस्ट के बाद घुटने में दर्द की शिकायत की थी. इसके बाद उन्हें एक स्पेशलिस्ट के बाद दिखाने को भेजा था. वुड ने इंस्टाग्राम के जरिए एशेज से बाहर होने पर निराशा जताई. उन्होंने लिखा, 'एशेज से बाहर होकर दुखी हूं. लंबी सर्जरी और सात लंबे, मुश्किल महीनों और रिहैब के बाद फिर से टेस्ट में आने का मौका मिला था. मेरा घुटना साथ नहीं दे रहा. किसी को इसकी उम्मीद नहीं थी. मैं यहां असर डालने की बड़ी उम्मीदों के साथ आया था. मैं काफी निराश हूं कि इंजेक्शन लगाने और गंभीर मेडिकल इलाज के बाद भी मेरे घुटने में जो समस्या सामने आई वह जितना डर था उससे कहीं ज्यादा गंभीर है.'