इंग्लैंड क्रिकेट टीम एशेज 2025-26 के दौरान बुरी तरह फंस गई है. पांच टेस्ट की सीरीज के पहले तीन तीन मुकाबले गंवाकर वह ट्रॉफी से हाथ धो बैठी है. अब इंग्लिश खिलाड़ी शराबखोरी के आरोपों में फंस गए. इंग्लैंड बोर्ड ने मीडिया में इससे जुड़ी खबरें आने के बाद जांच कराने का फैसला किया है. इंग्लिश टीम के मैनेजिंग डायरेक्टर रॉब की को इसकी जिम्मेदारी दी गई है. उनका कहना है कि सीरीज के दौरान ज्यादा शराब पीना बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. एक रिपोर्ट में कहा गया था कि इंग्लिश खिलाड़ियों ने ब्रिस्बेन टेस्ट गंवाने के बाद लगातार छह दिन तक शराब पी. इस दौरान चार दिन नूसा नाम के कस्बे में छुट्टियों के दौरान की गई पार्टियां भी शामिल रही.
इंग्लैंड क्रिकेट टीम दूसरा टेस्ट हारने के बाद क्वींसलैंड के एक समंदर किनारे बसे शहर में ब्रेक पर गई थी. वहां से इंग्लिश खिलाड़ियों की शराब पीने की कई तस्वीरें आई हैं. रॉब की ने 23 दिसंबर को इस बारे में कहा कि वह नूसा नहीं गए थे. लेकिन उन्हें उम्मीद है कि उनके खिलाड़ी हद में रहे होंगे. वह इस मामले को देखेंगे और पता लगाएंगे कि क्या किसी तरह की कार्रवाई की जरूरत है.
इंग्लिश टीम की शराबखोरी पर रॉब की क्या बोले
की ने मेलबर्न में मीडिया से बात करते हुए कहा,
अगर लोग कह रहे हैं कि हमारे खिलाड़ी बाहर गए और उन्होंने बहुत ज्यादा शराब पी तो निश्चित रूप से जांच होगी. इंटरनेशनल क्रिकेट टीम में शामिल खिलाड़ियों के लिए हद से ज्यादा शराब पीना ठीक नहीं है. अगर इसकी जांच नहीं होती है तो फिर यह गलत होगा. लेकिन मैंने जो कुछ सुना है उससे लगता है कि वे हद में थे. पिछले एक-दो दिन में जो लिखा गया है वह मैंने पढ़ा है. इसमें जो कहा गया है अगर वैसा हुआ है तो उसे सहन नहीं किया जाएगा. मैं शराब नहीं पीता. मुझे लगता है कि पीने की संस्कृति किसी को भी मदद नहीं करती. अगर खिलाड़ी रात का खाना खाते हुए एक गिलास वाइन का लेते हैं तो ठीक है. इससे ज्यादा पीना बेकार है.
की ने बताया कि एशेज से पहले शराब को लेकर जैकब बेथेल और हैरी ब्रूक को चेतावनी दी गई थी. ये दोनों न्यूजीलैंड दौरे पर तीसरे वनडे से पहले एक बार में पीते हुए नज़र आए थे.

