बेहतरीन फॉर्म में चल रहे महाराष्ट्र के कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ ने विजय हजारे ट्रॉफी 2022 में जबरदस्त बैटिंग की. उन्होंने पांच पारियों में चार शतक लगाए जिसमें एक दोहरा शतक भी शामिल है. उन्होंने कुल 660 रन बनाए. इसके चलते उनकी टीम ने फाइनल तक का सफर तय किया जहां उसे सौराष्ट्र के हाथों हार का सामना करना पड़ा. ऋतुराज गायकवाड़ ने फाइनल मुकाबले के बाद शुक्रवार (2 दिसंबर) को कहा कि वह जितना संभव हो अपने प्रदर्शन में निरंतरता बनाए रखने का प्रयास करते हैं और अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में बदलने पर ध्यान देते हैं.
ऋतुराज गायकवाड़ को विजय हजारे ट्रॉफी 2022 का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया. उन्होंने कहा, ‘मैं केवल अपने खेल का आनंद लेने का प्रयास कर रहा हूं. मैं वर्तमान में जीता हूं और अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में बदलने पर ध्यान देता हूं. मैं जितना संभव हो अपने प्रदर्शन में निरंतरता बनाए रखने की कोशिश करता हूं.’ गायकवाड़ सत्र के दौरान चोटिल हो गए थे और महाराष्ट्र के सभी मैचों में नहीं खेल पाए थे. उन्होंने कहा, ‘मेरे लिए चोट से उबर कर वापसी करना महत्वपूर्ण था. टीम का वरिष्ठ और अनुभवी खिलाड़ी होने के कारण मुझे आगे बढ़कर नेतृत्व करना था.’
गायकवाड ने फाइनल में 108 रन बनाए लेकिन इसके बावजूद महाराष्ट्र नौ विकेट पर 248 रन ही बना पाया. सौराष्ट्र ने 46.3 ओवर में पांच विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया. उन्होंने कहा, ‘जिस तरह से उनकी गेंदबाजी है और जिस लाइन और लेंथ पर वह गेंदबाजी कर रहे थे वह चुनौतीपूर्ण था लेकिन मैंने इसका आनंद लिया. मैंने यह सुनिश्चित किया कि मैं शांतचित बना रहा हूं.’
जैक्सन बोले- फाइनल में मौका मिलने का हकदार नहीं था.
उनादकट ने हैट्रिक बनाने वाले चिराग जानी और 133 रन की नाबाद पारी खेलने वाले शेल्डन जैक्सन की भी प्रशंसा की. जैक्सन ने पिछली चार पारियों में केवल 40 रन बनाए थे लेकिन उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन फाइनल में किया. जैक्सन ने कहा, ‘पूरी टीम और प्रबंधन को श्रेय जाता है जिन्होंने मेरा समर्थन किया क्योंकि मैं पूरे टूर्नामेंट में असफल रहा था और यहां तक की आज मौका मिलने का भी हकदार नहीं था. इसलिए श्रेय उन्हें जाता है जिन्होंने मेरा समर्थन किया.’