भारत में खेली जाने वली 50 ओवरों की विजय हजारे ट्रॉफी (Vijay Hazare Trophy) 2022 में महाराष्ट्र के सलामी बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड़ (Ruturaj Gaikwad) इन दिनों उम्दा फॉर्म में चल रहे हैं. पिछले मैच में 220 रनों की दमदार पारी खेलने के बाद गायकवाड़ एक बार फिर दोहरे शतक से चूक गए. हालांकि उनकी 168 रनों की पारी से महाराष्ट्र ने असम के खिलाफ 12 रनों से जीत दर्ज करके फाइनल में जगह बनाई. वहीं दूसरे मैच में सौराष्ट्र के कप्तान जयदेव उनाद्कट ने अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में घातक तेज गेंदबाजी का नजारा पेश किया. उनकी गेंदों का कर्नाटक का कोई भी बल्लेबाज जवाब नहीं दे सका. जिसका आलम यह रहा कि मयंक अग्रवाल की कप्तानी वाली कर्नाटक 171 रनों पर सिमट गई और उसे 82 गेंद रहते 5 विकेट से बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा. जिसके चलते अब विजय हजारे ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला दो दिसंबर को महाराष्ट्र और सौराष्ट्र के बीच खेला जाएगा.
गायकवाड़ ने ठोके 168 रन
गौरतलब है कि अहमदाबाद के सरदार पटेल स्टेडियम बी ग्राउंड में असम के कप्तान रियान पराग ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया. जिसके बाद सलामी बल्लेबाजी करने उतरे गायकवाड़ अपने रंग में नजर आए और उन्होंने फिर से गेंदबाजों पर हमला करना शुरू कर डाला. हालांकि दूसरी तरफ दो विकेट 95 के स्कोर पर गिरने के बाद गायकवाड़ ने मध्यक्रम में आने वाले अंकित बावने के साथ तीसरे विकेट के लिए विशाल 207 रनों की साझेदारी निभाई. इस दौरान गायकवाड़ के साथ बावने ने भी शतकीय पारी खेलकर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया. गायकवाड़ ने जहां 126 गेंदों में 168 रन के दौरान छह छक्के और 18 चौके लगाए. वहीं अंकित बावने ने 89 गेंदों में 10 चौके और दो छक्के से 110 रनों की पारी खेली. इस तरह दोनों बल्लेबाजों की शतकीय पारी से महाराष्ट्र ने पहली बार सेमीफाइनल खेलने वाली असम के सामने 7 विकेट पर 350 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया.
12 रन से हारा असम
ऐसे में 351 रनों का पीछा करते हुए असम की शुरुआत बेहद खराब रही और 103 रन के स्कोर तक उसके चार विकेट गिर चुके थे. जिसके बाद शिवशंकर रॉय ने स्वरुपम पुरकायस्थ के मिलकर चौथे विकेट के लिए जरूर 133 रनों की साझेदारी निभाई लेकिन वह जीत के लिए काफी नहीं रही. असम के लिए सबसे अधिक स्वरुपम ने 87 गेंद में 10 चौके और एक छक्के से 95 रनों की पारी खेली. जबकि शिवशंकर रॉय 63 गेंद में 9 चौके और दो छक्के से 78 रन बना सके. इस तरह इन दोनों बल्लेबाजों ने असम को जीत के करीब पहुंचाया और उनकी टीम 50 ओवरों में 8 विकेट पर 338 रन ही बना सकी. जिसके चलते असम को रोमांचक मैच में 12 रन से हार का सामना करना पड़ा. महाराष्ट्र के लिए सबसे अधिक चार विकेट राजवर्धन हैंगरगेकर ने 10 ओवर में 65 रन देकर चटकाए.
कर्नाटक का काम हुआ तमाम
बाएं हाथ के तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट के चार विकेट और प्रेरक मांकड़ के ऑलराउंड प्रदर्शन से सौराष्ट्र ने दूसरे सेमीफाइनल में कर्नाटक को पांच विकेट से हराकर फाइनल में जगह बनाई. उनादकट ने कर्नाटक के कप्तान मयंक अग्रवाल (01) और विकेटकीपर बल्लेबाज शरत (03) को सस्ते में आउट करके सौराष्ट्र को अच्छी शुरुआत दिलाई जिसके बाद मांकड़ ने निकिन जोस (12) और मनीष पांडे (00) को चार गेंद में आउट करके 19 ओवर में कर्नाटक का स्कोर चार विकेट पर 47 रन कर दिया. कर्नाटक के सात बल्लेबाज दोहरे अंक में भी नहीं पहुंच पाए और पूरी टीम 49.1 ओवर में 171 रन पर सिमट गई. इसके जवाब में पूर्व चैंपियन सौराष्ट्र ने जय गोहिल की 82 गेंद में 61 रन की पारी की बदौलत 36.2 ओवर में पांच विकेट पर 172 रन बनाकर जीत दर्ज की. गोहिल ने अपनी पारी में आठ चौके और एक छक्का लगाया. मांकड़ ने 35 रन की पारी खेली जबकि समर्थ व्यास ने भी 33 रन का योगदान दिया.