4 मैचों में बुरी तरह फेल, एक- एक रन के लिए मोहताज हुआ टीम इंडिया का धाकड़ ओपनर

4 मैचों में बुरी तरह फेल, एक- एक रन के लिए मोहताज हुआ टीम इंडिया का धाकड़ ओपनर

नई दिल्ली। विजय हजारे ट्रॉफी में अनुभवी बल्लेबाज जहां फेल हो रहे हैं तो वहीं युवा बल्लेबाजों ने धमाल मचा रखा है. लिस्ट में कई बड़े नाम हैं जिनका बल्ला अब तक टूर्नामेंट में खामोश रहा है. इसमें भारत के ओपनिंग बल्लेबाज शिखर धवन का नाम सबसे ऊपर है. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बोर्ड ने टेस्ट सीरीज के लिए टीम का ऐलान कर दिया है तो वहीं वनडे के लिए अब तक टीम नहीं बताई गई है. ऐसे में सेलेक्टर्स शिखर धवन से ऊपर उन बल्लेबाजों को रख रहे हैं जो लगातार अपने बल्ले से आग उगल रहे हैं. इसमें वेंकटेश अय्यर और ऋतुरात गायकवाड़ शामिल हैं.

धवन लगातार हो रहे हैं फेल
विजय हजारे ट्रॉफी में शिखर धवन का बल्ला पूरी तरह खामोश है. जिस ओपनर पर कभी टीम इंडिया अपनी पारी की शुरुआत के लिए सबसे ज्यादा भरोसा करती थी, आज वही बल्लेबाज रनों के तरस रहा है. दिल्ली ने विजय हजारे में झारखंड के लिए खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत की थी जहां वो 0 पर ही आउट हो गए. इसके बाद हैदराबाद के खिलाफ भी उन्होंने 12 रन बनाए. वहीं उत्तर प्रदेश के खिलाफ भी वो पूरी तरह फेल रहे और 14 पर चलते बने. इसके बाद न तो हरियाणा के खिलाफ चल पाए और न ही सौराष्ट्र के खिलाफ. अब तक खेले गए कुल पांच मैचों में धवन ने सिर्फ 56 रन बनाए हैं. 


सौराष्ट्र को मिली 4 विकेट से जीत
दिल्ली और सौराष्ट्र के बीच हुए मुकाबले में ओपनिंग की शुरुआत शिखर धवन और वैभव कांडपाल ने की. दोनों बल्लेबाज यहां टीम को अच्छी शुरुआत देने में फेल रहे. धवन जहां 12 तो वहीं वैभव 10 रन पर आउट हो गए. इसके बाद मिडल ऑर्डर में भी हिम्मत सिंह, नितीश राणा 5 और 4 रन बनाकर आउट हो गए. जॉन्टी सिद्धू और अनुज रावत ने 32 और 45 रनों की पारी खेलकर टीम को संभालने की कोशिश की लेकिन दिल्ली की तरफ से एक भी बल्लेबाज अर्धशतक लगाने में कामयाब नहीं हो पाया. अंत में प्रदीप सांगवान ने कुछ अच्छे शॉट्स खेले और 34 रन बनाए.  टीम 50 ओवरों में 8 विकेट खोकर 201 रन ही बना पाई.


38.1 ओवरों में सौराष्ट्र ने जीता मैच
सौराष्ट्र के पारी की बात करें यहां टॉप के तीन बल्लेबाज पूरी तरह फेल रहे. विश्वराज जडेजा और हारविक देसाई ने पारी की शुरुआत की. दोनों बल्लेबाज यहां सस्ते में ही पवेलियन लौट गए. इसके बाद शेल्डन जैक्सन भी 5 रन बनाकर चलते बने. लेकिन प्रेरक मांकड़ ने टीम को जीत दिलाने की जिम्मेदारी ली और 63 गेंदों में 73 रन ठोक डाले. इसके बाद समर्थ व्यास ने जबरदस्त अर्धशतक जड़ा और टीम को लक्ष्य तक पहुंचा दिया. अंत में चिराग जानी और धर्मेंद्रसिंह जडेजा ने 17 और 8 रनों की पारी खेलकर टीम को 38.1 ओवरों में ही जीत दिला दी.