नई दिल्ली। विजय हजारे ट्रॉफी के हर मैच के साथ ये साबित होता जा रहा है कि टूर्नामेंट में युवा खिलाड़ियों का बोलबाला है तो वहीं अनुभवी लगातार फेल हो रहे हैं. बल्ले और गेंद के बीच की टक्कर में उसी टीम को जीत मिल रही है जो ऑलराउंड प्रदर्शन कर रहा है. टूर्नामेंट के चौथे क्वार्टरफाइनल में केरल के सामने सर्विसेज की टीम थी. केरल ने पहले बल्लेबाजी की लेकिन 150 के भीतर ही आधी टीम पवेलियन लौट गई. टीम के टॉप ऑर्डर में एक बल्लेबाज को छोड़कर पूरी टीम ताश के पत्तों की तरफ बिखर गई. अंत में काम आई तो 23 साल के युवा बल्लेबाज की पारी. जी हां हम यहां रोहन कुन्नुम्मल की बात कर रहे हैं. केरल की तरफ से ओपनिंग करने वाले इस युवा बल्लेबाज की पारी ने केरल की लाज बचा ली नहीं तो टीम शर्मनाक स्कोर पर ऑलआउट हो जाती.
बड़े नाम हुए फेल
केरल के जिन बड़े बल्लेबाजों से टीम को काफी उम्मीद थी वो सभी फेल रहे. इसमें मोहम्मद अजहरुद्दीन, सचिन बेबी और कप्तान और विकेटकीपर संजू सैमसन का नाम शामिल है. इन तीनों बल्लेबाजों ने सर्विसेज के गेंदबाजों के आगे पूरी तरह घुटने टेक दिए. अजहरुद्दीन जहां 7 रन पर चलते बने, तो वहीं सचिन बेबी 12 और सैमसन 2 रन पर चलते बने. बाकी के बल्लेबाज भी कमाल नहीं दिखा पाए. इसमें विष्णु विनोद 4, सिजोमोन जोसेफ 9, उन्नीकृष्णन मनुकृष्ण 4, बसिल थंपी 0 और नीधीष 0 पर चलते बने. इस तरह पूरी टीम यहां पूरे 50 ओवर भी नहीं खेल पाई और सभी बल्लेबाज 175 रनों पर ऑलआउट हो गए.
सर्विसेज की तरफ से दिवेश पठानिया ने सबसे ज्यादा तीन विकेट लिए. तो वहीं राज बहादुर ने 1, अभिषेक तिवारी ने 2, राहुल सिंह ने 1 और पुल्कित नारंग ने 2 विकेट अपने नाम किए.

