विजय हजारे ट्रॉफी फाइनल Preview: तमिलनाडु है खिताब की सबसे बड़ी दावेदार, फाइनल मुकाबला जीत उलटफेर करना चाहेगी हिमाचल

विजय हजारे ट्रॉफी फाइनल Preview: तमिलनाडु है खिताब की सबसे बड़ी दावेदार, फाइनल मुकाबला जीत उलटफेर करना चाहेगी हिमाचल

नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश अपना पहला विजय हजारे ट्रॉफी फाइनल रविवार को तमिलनाडु के खिलाफ सवाई मानसिंह स्टेडियम, जयपुर में खेलेगा. प्रशांत चोपड़ा और ऋषि धवन ने हिमाचल के लिए लगातार बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए टीम को शिखर पर पहुंचाया है. वहीं विजय शंकर की तमिलनाडु ने इस घरेलू सीजन में कुछ प्रभावशाली क्रिकेट खेली है. टीम ने इसी साल सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी भी जीती थी. तमिलनाडु की सबसे खास बात ये है कि, टीम कभी भी एक खिलाड़ी पर निर्भर होकर नहीं चलती, बल्कि पूरी टीम एक साथ प्रदर्शन करती है. इसमें बाबा अपराजित, शाहरुख खान, नारायण जगदीसन, वाशिंगटन सुंदर, दिनेश कार्तिक और आर साई किशोर का नाम शामिल हैं जिन्होंने अपनी टीम के लिए बड़े मौकों पर प्रदर्शन किया है.


तमिलनाडु का पलड़ा भारी
हिमाचल के कम अनुभवी गेंदबाजी आक्रमण को इन बल्लेबाजों पर हावी होने के लिये अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा. तमिलनाडु के तीनों स्पिनरों साई किशोर, एम सिद्धार्थ और वाशिंगटन का सामना करना भी हिमाचल के बल्लेबाजों के लिए आसान नहीं होगा. हिमाचल के लिए कप्तान ऋषि धवन का प्रदर्शन काफी मायने रखता है. अगर उनकी टीम को पहली बार विजय हजारे ट्रॉफी जीतनी है तो धवन को बल्ले और गेंद से अच्छा प्रदर्शन करना होगा. हिमाचल की टीम प्रशांत चोपड़ा की फॉर्म से खुश होगी जिन्होंने क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल में मैच विजेता पारियां खेली थी. चोपड़ा फाइनल में भी अपनी इस लय को बरकरार रखने की कोशिश करेंगे. हिमाचल के अन्य बल्लेबाज शुभम अरोड़ा, दिग्विजय रांगी, अमित कुमार और आकाश वशिष्ठ को भी हालांकि इस महत्वपूर्ण मैच में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा. मैच सुबह नौ बजे शुरू होगा.


तमिलनाडु की बात करें तो टीम का पलड़ा यहां भारी है. टीम ने पहली बार विजय हजारे ट्रॉफी पर साल 2002-03 में खिताब पर कब्जा किया था. इसके बाद टीम साल 2004-05 में उत्तर प्रदेश के साथ संयुक्त रूप से विजेता रही थी. इसके बाद उसने 2008-09 और 2009-10 में लगातार यह खिताब जीता. दक्षिण की इस शीर्ष टीम ने 2016-17 में पांचवीं बार यह खिताब जीता.