Australia vs West indies: ऑस्ट्रेलिया ने अपनी जमीन पर मंगलवार को गजब का इतिहास रच दिया. वेस्टइंडीज को महज 41 गेंदों में रौंदकर ऑस्ट्रेलिया ने 3-0 से वनडे सीरीज भी जीत ली है. सबसे छोटे वनडे मैच में मेजबान ने धूम धड़ाका कर दिया. कैनबरा में ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज के बीच सीरीज का तीसरा वनडे मैच खेला गया. कैरेबियाई टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया को 87 रन का टारगेट दिया, जिसे मेजबान टीम ने 6.5 ओवर यानी 41 गेंदों में दो विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया. मेजबान ने 259 गेंद पहले 8 विकेट से शानदार जीत हासिल की. इसी के साथ इतिहास भी रच दिया है.
ये मुकाबला ऑस्ट्रेलिया में खेला गया सबसे छोटा मैंस वनडे मैच है. ऑस्ट्रेलिया को 41 गेंदों में जीत दिलाने में सबसे बड़ा हाथ जैक फ्रेजर और जॉश इंग्लिस का रहा. दोनों के बीच 67 रन की पार्टनरशिप हुई. फ्रेजर ने 18 गेंदों पर 5 चौके और तीन छक्के लगातार 41 रन ठोके, जबकि इंग्लिस ने 16 गेंदों में 35 रन ठोके. उन्होंने अपनी तूफानी पारी में चार चौके और एक छक्का लगाया. फ्रेजर के रूप में ऑस्ट्रेलिया को 4.3 ओवर में पहला झटका लगा. उनके बाद एरॉन हार्डी भी दो रन पर आउट हो गए.
3.4 ओवर में ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 50 रन के पार
फ्रेजर और इंग्लिस (Josh Inglis) की जोड़ी ने मिलकर कैरेबियाई अटैक की धज्जियां उड़ा दी. दोनों ने चौके छक्कों की बारिश की. इस जोड़ी ने मिलकर 3.4 ओवर में ही ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 50 कर दिया था. 2002 के बाद मैंस वनडे में ये ऑस्ट्रेलिया की सबसे तेज टीम फिफ्टी है. ऑस्ट्रेलिया की इससे पहले सबसे तेज टीम फिफ्टी 2016 में श्रीलंकाई के खिलाफ 3.5 ओवर में आई थी. वनडे क्रिकेट के इतिहास में कैनबरा मुकाबला छठा सबसे छोटा मैच है.
बार्टलेट का सीरीज में कमाल
मुकाबले की बात करें तो जेवियर बार्टलेट के सामने कैरेबियाई बल्लेबाजों ने घुटने टेक दिए. बार्टलेट ने 21 रन पर चार विकेट लिए. वेस्टइंडीज के लिए सबसे ज्यादा 32 रन एलिक अथानजे ने बनाए. तीन मैचों की इस पूरी सीरीज में बार्टलेट ने कुल 8 विकेट लिए. वो प्लेयर ऑफ द मैच होने के साथ ही प्लेयर ऑफ द मैच भी रहे.
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