वेस्टइंडीज के लिए पिता ने बरसाए 21 हजार रन, अब 22 गज की पिच पर बेटा मचाएगा तहलका

वेस्टइंडीज के लिए पिता ने बरसाए 21 हजार रन, अब 22 गज की पिच पर बेटा मचाएगा तहलका

वेस्टइंडीज (West Indies vs Australia) की टीम इन दिनों ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर हैं. जहां पर एक प्रैक्टिस मैच खेलने के बाद अब वेस्टइंडीज की टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए तैयार है. इस सीरीज का पहला मैच टेस्ट मैच पर्थ के मैदान पर 30 नवंबर से खेला जाना है. जिसको लेकर वेस्टइंडीज टीम के कप्तान क्रेग ब्रैथवेट ने एक बड़ा ऐलान कर डाला है. ब्रेथवेट ने मैच से पहले कहा कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अब वेस्टइंडीज के दिग्गज बल्लेबाज शिवनारायण चंद्रपॉल के बेटे तेजनारायण चंद्रपॉल डेब्यू करने के लिए तैयार है.

 

तेजनारायण ने जड़ा था शतक 
गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर प्राइम मिनिस्टर इलेवन के खिलाफ शिवनारायण चंद्रपॉल के बेटे तेजनारायण चंद्रपॉल ने 293 गेंदों में 13 चौके और एक छक्के से 119 रनों की दमदार शतकीय पारी खेली थी. जिसके चलते अब उनका ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ में डेब्यू तय माना जा रहा है. इसकी पुष्टि वेस्टइंडीज टीम के कप्तान क्रेग ब्रैथवेट ने मैच से पहले करते हुए कहा "वह इस उच्च स्तर पर बहुत अच्छा प्रदर्शन करेंगे. उनके पास बहुत धैर्य है और उसका डिफेंस लाजवाब है. वह पहले गेम में हमारे लिए एक उदाहरण थे और हम सीरीज के लिए उनकी किताब से बहुत कुछ सीखेंगे. मुझे लगता है कि वह (तेजनारायण चंद्रपॉल) शानदार काम करेंगे, और हमें उम्मीद है कि वह अपने पिता से भी बड़ा काम कर सकता है."

 

100 ओवर खेलना है टारगेट
वहीं ब्रेथवेट ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ प्लान के बारे में बात करते हुए आगे कहा, "वेस्टइंडीज की नजरें यहां सबसे पहले कम से कम 100 ओवर बल्लेबाजी करने की है और उनके पास ऐसे खिलाड़ी हैं जो ऐसा कर सकते हैं.

 

पिता ने बरसाए करीब 21 हजार रन 
बता दें कि तेजनारायण चंद्रपॉल जहां क्रिकेट की 22 गज की पिच पर अब धमाका करने को तैयार हैं. वहीं उनके पिता शिवनारायण चंद्रपॉल वेस्टइंडीज के दिग्गज बल्लेबाजों में शुमार हैं. शिवनारायण चंद्रपॉल की बात करें तो उन्होंने वेस्टइंडीज के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 20988 रन यानि करीब 21 हजार रन बनाए हैं. जिसमें टेस्ट क्रिकेट में 164 मैचों में उन्होंने 11867 रन, 268 वनडे मैचों में 8778 रन और 22 टी20 मैचों में 343 रन उनके नाम हैं. ऐसे में अब उनके बेटे तेजनारायण चंद्रपॉल पर अपने पिता की परंपरा को आगे बढाने का जिम्मा भी होगा.