रवींद्र जडेजा अहमदाबाद टेस्ट में वेस्ट इंडीज के खिलाफ भारत की जीत के हीरो रहे. उन्होंने शतक लगाने के साथ ही मुकाबले में चार विकेट लिए. इससे भारत ने पहला टेस्ट पारी और 140 रन से जीत लिया. इससे दो टेस्ट की सीरीज में 1-0 से बढ़त मिल गई. रवींद्र जडेजा ने मैच के बाद कहा कि उन्हें इस मुकाबले के दौरान कई बार लगा कि दूसरी तरफ से अब आर अश्विन बॉलिंग के लिए आएंगे. वह भूल गए कि वह तो रिटायर हो चुके हैं.
अश्विन ने दिसंबर 2024 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था. इसके बाद भारत पहली बार घर पर टेस्ट खेलने उतरा था. लेकिन उसे घर पर इस दिग्गज स्पिनर की कमी नहीं खली. भारत ने वेस्ट इंडीज को पहली पारी में 162 और दूसरी में 146 रन पर समेटते हुए आसान जीत दर्ज की.
रवींद्र जडेजा ने अश्विन की कमी महसूस करने पर क्या कहा
जडेजा ने वेस्ट इंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट में तीन दिन के अंदर जीत मिलने के बाद कहा कि निश्चित रूप से टीम इंडिया को अश्विन की याद सताती है. उनसे पूछा गया था कि क्या उन्हें मैदान पर अश्विन की कमी खली. जडेजा ने जवाब दिया. एश ने भारतीय क्रिकेट के लिए काफी योगदान दिया है. वह कई सालों से मैच विजेता रहा. मैं पहली बार एश के बिना भारत में टेस्ट खेल रहा था. इसलिए कुछ मौकों पर मुझे लगा कि एश बॉलिंग करने आएगा. फिर महसूस हुआ कि वह तो है ही नहीं. लेकिन कुलदीप (यादव) और वाशी (वाशिंगटन सुंदर) साथ में कई मैच खेल चुके हैं और हम उन्हें नौजवान नहीं कह सकते. लेकिन यह अलग संयोजन था.
जडेजा ने क्यों कहा एक दिन मैं भी चला जाऊंगा
जडेजा 36 साल के हो चुके हैं और वह भी करियर के उतार की तरफ हैं. उनके साथ टीम इंडिया में आए रोहित शर्मा, विराट कोहली और अश्विन जैसे सितारे रिटायर हो चुके हैं. लेकिन जडेजा अभी भी डटे हुए हैं और उनके खेल में किसी तरह की कमी भी नहीं दिखी है. लेकिन सौराष्ट्र से आने वाले इस ऑलराउंडर ने कहा कि आने वाले समय में वह भी खेल से चले जाएंगे. जडेजा ने कहा, आने वाले समय में आप पूछेंगे कि जडेजा यहां नहीं है और कोई दूसरा वहां पर होगा. इसे कोई टाल नहीं सकता और ऐसा होता रहेगा. लेकिन टीम की जीत में योगदान देकर अच्छा लगता है.