दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में 10 से 14 अक्टूबर तक भारत और वेस्टइंडीज के बीच दूसरा टेस्ट मैच होगा. अहमदाबाद में हुए पहले टेस्ट को तीन ही दिनों में जीतने वाली भारतीय टीम उसी प्लेइंग इलेवन को बरकरार रखने की सोच रही है. वर्ल्ड नंबर वन टेस्ट गेंदबाज जसप्रीत बुमराह इंग्लैंड दौरे पर वर्कलोड मैनेजमेंट के चलते सिर्फ तीन मैच खेल पाए थे, लेकिन अब वे वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट में भी मैदान पर उतरेंगे.
नितीश रेड्डी को मिल सकती है जगह
टीम प्रबंधन का एक बड़ा लक्ष्य है तेज गेंदबाजी करने वाले ऑलराउंडर को तैयार करना. इसी कड़ी में पहले टेस्ट में आंध्र प्रदेश के युवा नितीश कुमार रेड्डी को मौका दिया गया था. कोचिंग स्टाफ का कहना है कि वेस्टइंडीज सीरीज उनके लिए ट्रायल ग्राउंड जैसी है, जहां उनकी ऑलराउंड क्षमता को निखारा जा सके. इसलिए दूसरे मैच में भी नितीश को जगह मिलने की पूरी उम्मीद है.
टेन डसखाटे ने बताया, "यह हमारा मीडियम टर्म प्लान है कि भारत के पास एक मजबूत सीम बॉलिंग ऑलराउंडर हो. पहले मैच में नितीश को ज्यादा मौके नहीं मिले, लेकिन अब उन्हें एक और चांस देकर देखना चाहते हैं. हमारी टीम का बैलेंस भी बरकरार रहेगा." उन्होंने जोर देकर कहा कि विदेशी दौरों पर ऐसी ऑलराउंडर की जरूरत पड़ती है, जो बल्ले और गेंद दोनों से योगदान दे सके.
ऑस्ट्रेलिया में धमाल, एमसीजी में टेस्ट सेंचुरी का कमाल
नितीश की तारीफों के पुल बांधते हुए टेन डसखाटे ने कहा कि, ऑस्ट्रेलिया दौरे पर उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से सबको प्रभावित किया था. एमसीजी में टेस्ट सेंचुरी ठोककर उन्होंने साबित कर दिया कि वे हाई लेवल पर खेल सकते हैं. कोच ने नितीश को "क्वालिटी ऑलराउंडर" बताया. रयान ने आगे कहा कि, चुनौती यह है कि विदेशी सीरीज के बीच उन्हें ज्यादा मैच खेलने का मौका मिले, ताकि गेंदबाजी भी सुधरे. लेकिन कुल मिलाकर, हम उन पर बहुत भरोसा करते हैं."