यशस्वी जायसवाल ने भारत और वेस्ट इंडीज के बीच दूसरे टेस्ट में शतक लगाया. पहले दिन के खेल के बाद वे 173 रन बनाकर नाबाद है. यशस्वी अहमदाबाद में खेले गए पहले टेस्ट में नाकाम रहे थे. इकलौती भारतीय पारी में वह 36 रन बना सके थे. इसकी वजह से वह नाराज थे और दिल्ली में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट में भरपाई की. भारतीय टीम के बैटिंग कोच सितांशु कोटक ने इसका खुलासा किया. यशस्वी ने दूसरे टेस्ट के पहले दिन शतक लगाया जो उनका सातवां शतक रहा.
कोटक ने बताया कि यशस्वी को पहले टेस्ट में शुरुआत अच्छी मिली थी और वह 36 रन बना चुके थे. मगर इसके बाद आउट हो गए. इससे वह खफा थे. वह दिल्ली में बड़ा स्कोर बनाना चाहते थे. बैटिंग कोच के अनुसार वह बड़ी पारी खेलने को लेकर समर्पित था. यह काफी अहम बात है. अभी भी वह खेल रहा है. जायसवाल ने पहले दिन के खेल में 262 गेंद का सामना किया और 22 चौके उनके बल्ले से आ चुके हैं.
जायसवाल 150 प्लस की पारियों में बस ब्रैडमैन से पीछे
यशस्वी ने नाबाद 173 रन के जरिए टेस्ट में पांचवीं बार 150 प्लस का स्कोर बनाया. 24 साल की उम्र तक यह कमाल करने वाले वे दूसरे ही बल्लेबाज हैं. उनसे आगे ऑस्ट्रेलिया के डॉन ब्रैडमैन का नाम आता है जिन्होंने आठ 150 प्लस स्कोर 24 की उम्र के पहले तक बना दिए थे.
भारतीय बैटिंग कोच ने जायसवाल के खेल पर क्या बताया
कोटक ने जायसवाल की बैटिंग को लेकर कहा कि उन्होंने बिना आक्रामक हुए बिना रन बनाए जो बहुत बड़ी बात है. उन्होंने शानदार तरीके से अपनी बैटिंग को आगे बढ़ाया. विकेट के हिसाब से अपने खेल को ढाला. जिस तरह के शॉट्स की जरूरत थी वहीं खेले. बिना आक्रामक खेले ही वह 173 के स्कोर तक पहुंच गए. यह उनके खेल के तरीके को बताता है. इंटरनेशनल में इस तरह के खेल की उम्मीद की जाती है लेकिन फिर भी ऐसा खेल दिखाना बड़ी बात है.

