WTC Final: ऑस्ट्रेलिया ने प्लेइंग इलेवन से सैम कोंस्टस और कोहली को तंग करने वाले को किया बाहर, सवा साल बाद इस खिलाड़ी की वापसी

WTC Final: ऑस्ट्रेलिया ने प्लेइंग इलेवन से सैम कोंस्टस और कोहली को तंग करने वाले को किया बाहर, सवा साल बाद इस खिलाड़ी की वापसी
ऑस्ट्रलिया टेस्ट खिलाड़ी.

Story Highlights:

ऑस्ट्रेलिया डब्ल्यूटीसी का डिफेंडिंग चैंपियन है.

डब्ल्यूटीसी 2025 फाइनल लॉर्ड्स में खेला जाना है.

ऑस्ट्रेलिया ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल 2025 के लिए प्लेइंग इलेवन का ऐलान कर दिया. साउथ अफ्रीका के खिलाफ मुकाबले के लिए पैट कमिंस की कप्तानी वाली टीम में कुछ बड़े बदलाव हुए. युवा बल्लेबाज सैम कोंस्टस और तेज गेंदबाज स्कॉट बॉलैंड को जगह नहीं मिली. ऑस्ट्रेलिया ने मार्नस लाबुशेन को ओपनिंग में उतारने और बॉलैंड की जगह जॉश हेजलवुड को खिलाने का फैसला किया है. वहीं चोट की वजह से लंबे समय से बाहर चल रहे कैमरन ग्रीन की वापसी हुई है. वे ऑस्ट्रेलिया के लिए नंबर तीन पर बैटिंग करते हुए नज़र आएंगे. उनकी सवा साल बाद इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी हुई है. वे आखिरी बार मार्च 2024 में खेले थे.

हेजलवुड के फिट होने के बाद बॉलैंड को बाहर बैठना पड़ा. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए कमाल का प्रदर्शन किया है. भारत के खिलाफ दिसंबर-जनवरी में हुई सीरीज में बॉलैंड ने विराट कोहली को काफी तंग किया था. उन्होंने पांच में से चार पारियों में आउट किया था. कोहली के उस सीरीज में नाकाम रहने की एक बड़ी वजह वही थे. बॉलैंड 2023 के डब्ल्यूटीसी फाइनल में खेले थे. तब हेजलवुड चोट की वजह से बाहर रहे थे. तब बॉलैंड ने पांच विकेट चटकाए थे. हेजलवुड के खेलने का मतलब है कि ऑस्ट्रेलियाई बॉलिंग के चार बड़े नाम (कमिंस, मिचेल स्टार्क, नाथन लायन और हेजलवुड) पहली बार डब्ल्यूटीसी फाइनल एक साथ खेलेंगे.

WTC Final की ऑस्ट्रेलियाई प्लेइंग इलेवन

 

पैट कमिंस (कप्तान), उस्मान ख्वाजा, मार्नस लाबुशेन, कैमरन ग्रीन, स्टीव स्मिथ, ट्रेविस हेड, ब्यू वेबस्टर, एलेक्स कैरी (विकेटकीपर), मिचेल स्टार्क, नाथन लायन, जॉश हेजलवुड.

कमिंस ने बताया लाबुशेन क्यों करेंगे ओपनिंग

 

कमिंस ने प्लेइंग इलेवन का ऐलान करते हुए बताया कि क्यों लाबुशेन को ओपनिंग के लिए चुना गया और क्यों कोंस्टस को बाहर जाना पड़ा. उन्होंने कहा, 'मार्नस के पास अनुभव है, उसने लॉर्ड्स और इंग्लैंड में अच्छा प्रदर्शन किया है. बल्लेबाजी की शुरुआत करना मुश्किल हो सकता है लेकिन कई बार यहां बैटिंग करना सबसे अच्छा भी रहता है. वहां पर रन बनाने के मौके होते हैं. वह (कोंस्टस) काफी नौजवान है, उसके सामने अभी लंबा करियर पड़ा है. इसलिए उम्मीद है कि बिना खेले भी उसे सीखने के कई अवसर मिलेंगे.'