श्रीलंकाई गेंदबाज वानिंदु हसरंगा (Wanindu Hasaranga) ने अपनी कमबैक टी20 सीरीज में कमाल कर दिया है. करीब 10 महीने बाद टी20 टीम में वापसाी करने वाले हसरंगा ने अपनी कमाल की गेंदबाजी के दम पर जिम्बाब्वे को तीन मैचों की सीरीज में घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया. उन्होंने सीरीज के तीसरे और फाइनल मुकाबले में श्रीलंका को जिम्बाब्वे के खिलाफ नौ विकेट से जीत दिलाई. इस जीत के साथ ही श्रीलंकाई टीम ने सीरीज पर भी 2-1 से कब्जा कर लिया है.
तीसरे मुकाबले में हसरंगा ने 4 ओवर में 15 रन देकर 4 विकेट लिए. इससे पहले सीरीज के शुरुआती दो मैचों में उन्होंने कुल तीन विकेट लिए थे. हसरंगा की कहर बरपाती गेंदबाजी के आगे जिम्बाब्वे की टीम तीसरे मुकाबले में 82 रन पर ही सिमट गई.मेहमान टीम पूरे 20 ओवर भी नहीं खेल पाई. 14.1 ओवर में ऑलआउट हो गई. हसरंगा ने टॉनी मुनयोंग, ल्यूक, वेलिंग्टन और रिचर्ड नगारवा का शिकार किया. जिम्बाब्वे के लिए सबसे ज्यादा 29 रन ब्रायन बेनेट ने बनाए. छह बल्लेबाज तो दोहरे अंक को भी पार नहीं कर पाए.
पथुम और मेंडिस के बीच 64 रन की पार्टनरशिप
जिम्बाब्वे के दिए 83 रन के टारगेट को श्रीलंका को 10.5 ओवर में एक विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया. पथुम निसांका और धनंजय डी सिल्वा श्रीलंका को जीत की दहलीज तक लेकर आए. पथुम ने 23 गेंदों पर नॉटआउट 39 रन ठोके. जबकि धनंजय ने 15 गेंदों पर 15 रन बनाकर नाबाद रहे. वहीं कुसाल मेंडिस ने 27 गेंदों में 33 रन बनाए. पथुम और मेंडिस के बीच 64 रन की पार्टनरशिप हुई थी. 7.4 ओवर में सीन विलियम्स ने मेंडिस को आउट करके श्रीलंका को पहला झटका दिया था. कमाल की गेंदबाजी करने वाले हसरंगा प्लेयर ऑफ द मैच रहे.