यूरोप के दो बड़े फुटबॉल क्लब बायर्न म्यूनिख (Bayern Munich) और बार्सिलोना (Barcelona) एक बार फिर आमने सामने होंगे, और सभी की नज़रें चैंपियंस लीग (Champions League) के इस महामुकाबले पर भी होगी. ये मैच एलियांज एरीना में खेला जाएगा जो बायर्न का होम ग्राउंड है और ऐसे में होम एडवांटेज बायर्न की टीम के साथ है लेकिन मैच जीतने के लिए ये कोई पैमाना नहीं है. दो बड़े फुटबॉल क्लबों के आलावा ये दो युवा मैनेजर्स और उनके स्ट्रेटेजी की भी लड़ाई होगी, बायर्न की बार्सिलोना को साल 2020 में 8-2 से करारी शिकस्त बार्सिलोना और उनके फैंस के दिलों में अब भी ताज़ा होगी. बायर्न की उस जीत में रोबर्ट लेवांडोवस्की एक ऐसा नाम था जिसने बायर्न की जीत में अहम किरदार निभाया था लेकिन इस साल ट्रांसफर में वो बार्सिलोना से जुड़ चुके हैं और बायर्न के खिलाफ खेलेंगे.
टीमों का फॉर्म
कोच नागलसमिन की बायर्न ने इस सीज़न डगमगाते हुए शुरुआत की है जहां उनकी टीम बुंदेसलिगा में लगातार 3 मैच ड्रॉ खेल गई है. चैंपियंस लीग में बायर्न ने इंटर मिलान जैसी बड़ी टीम को 2-0 से शिकस्त ज़रूर दी थी लेकिन इस बार बार्सिलोना से भिड़ना बिलकुल अलग और कठिन चुनौती होगी.
बार्सिलोना की धमाकेदार शुरुआत
दूसरी तरफ बार्सिलोना ने ज़बरदस्त शुरुआत की है. लालिगा और चैंपियंस लीग दोनों में ही ये टीम लगातार जीत कर आगे बढ़ रही है, टेबल में फ़िलहाल दूसरे नंबर पर चल रही बार्सिलोना की टीम ने 5 मैचों में 4 जीत लिए हैं और एक ही ड्रॉ खेला है ऐसे में इस टीम का मनोबल काफी शानदार होगा. इसके अलावा इस समर ट्रांसफर में बार्सिलोना ने कुछ बेहतरीन खिलाडियों को भी अपने क्लब में शामिल किया है जिसमें लेवांडोवस्की सबसे ज़्यादा चर्चित हैं. बार्सिलोना पिछले साल ऐसे डिफेंडर्स के भरोसे थी जिनका फॉर्म भी ख़राब था और परफॉरमेंस उस स्तर पर नहीं थी लेकिन कोच जावी ने इस पर खासा ध्यान दिया है.
पिछली बार जीती थी बायर्न
पिछली बार जब दोनों टीमें ग्रुप स्टेज में भिड़ी थी तो दोनों ही अवसर पर बायर्न ने 3-0 से जीत हासिल की थी, लेकिन इस बार बार्सिलोना पुरानी हार का बदला लेना चाहेगी और बायर्न को उसके घर में हराना चाहेगी.
इंजरी स्टेटस
बायर्न के दो खिलाड़ी इंजरी के चलते बहार रहेंगे जिनमे किंग्सले कोमान बड़ा नाम है उनके अलावा बोउना सार भी नहीं खेलते दिखेंगे, वहीं बार्सिलोना के लिए सर्जी रोबेर्टो बहार हो सकते हैं.
कौन होगा गेम चेंजर
बायर्न अपने सबसे पुराने खिलाडियों में से एक थॉमस मुलर पर काफी निर्भर करेगी, बार्सिलोना के खिलाफ मुलर का रिकॉर्ड काफी अच्छा है और बार्सिलोना के खिलाफ खेलने का तरीका भी मायने रखता है. उनकी डमी रन्स डिफेंडर्स को चमका दे सकती हैं और गेम पलट सकती हैं. लेरोय साने बायर्न के लिए ज़बरदस्त फॉर्म पर दिख रहे हैं इंटर के खिलाफ भी उन्होंने शानदार गोल किया था और उनकी रफ़्तार से सभी अच्छे से परिचित हैं अगर डिफेन्स लाइन में थोड़ा भी गैप मिला समझो बार्सिलोना के लिए साने ही सबसे बड़ा खतरा बनेंगे. उसी तरह गोलकीपिंग में मानुएल नेउर भी बायर्न का अहम हिस्सा होंगे.
रोबर्ट लेवांडोवस्की से रहना होगा सावधान
बार्सिलोना के लिए सबसे बड़ा हथियार रोबर्ट लेवांडोवस्की होंगे जो कुछ समय पहले ही अपने नए क्लब से जुड़े हैं, 5 मैचों में 6 गोल और 2 असिस्ट भी कर चुके हैं. चैंपियंस लीग में रोबर्ट लेवांडोवस्की दुनिया में एक बड़ा नाम हैं भले ही बायर्न से 8 साल तक खेलते रहे हों लेकिन बायर्न की कमज़ोरी उन्हने अच्छे से पता होगी. 6 यार्ड हो या बॉक्स टू बॉक्स प्ले हो या रेंज शॉट हो लेवांडोवस्की सब में माहिर हैं. नए खिलाडी रपिन्हा की जोड़ी और भी घातक साबित हो सकती है ,बायर्न से निपटने बार्सिलोना के पास भी दो तेज़ विंगर मौजूद हैं, डेमबेले और रापिन्हा जो असिस्ट में माहिर हैं.
किसका पलड़ा भारी
बार्सिलोना अपने सभी एरिया मार्क कर चूका है और बेहतर कर रहा है जो फ़िलहाल बायर्न म्यूनिख के लिए कहना सही नहीं है, बायर्न अपने नए फार्मेशन से खेल रही है जिसका उन्हें बहुत बेहतर परिणाम नहीं मिल सका है, ऐसे में बार्सिलोना इस बार थोड़ी बेहतर नज़र आ रही है, मिडफ़ील्ड मैच में बॉल कितने समय कंट्रोल करती है इस पर भी काफी कुछ निर्भर करेगा, इस मैच में नतीजा चाहे जो हो लेकिन एक बात साफ़ है बेहतरीन गोल ज़रूर देखने मिलेंगे भले कितने भी हों.
हेड टू हेड रिकॉर्ड
यूएफा चैंपियंस लीग में इन दोनों टीमों के बीच 9 मुकाबले हुए हैं जिनमे बायर्न म्यूनिख को 6 बार जीत हाथ लगी है और बार्सिलोना को सिर्फ 2 बार और 1 मैच ड्रॉ पर खत्म हुआ है.