वही पुरानी टीम, वही पुराना सपना, और वही जीत लेकिन बिल्कुल नए अंदाज में, रियल मैड्रिड (Real Madrid) ने 14वीं बार चैंपियंस लीग (UEFA Champions League) टाइटल जीत कर नया इतिहास रच दिया है. मैड्रिड की जीत से पूरा स्टेड डे फ्रांस का मैदान 'हाला मैड्रिड' के नाम से गूंज उठा. ये सही है कि इस मैच में लिवरपूल की टीम एक फेवरेट के तौर पर उतरी थी और पेरिस में मौजूद 60 हजार से ज्यादा समर्थक इस बात की गावहीं भी देते हैं, लेकिन किसे पता था इतने लोगों का दिल और सपना ऐसे टूटेगा. मैच की शुरुआत में लिवरपूल पकड़ बनाए हुई थी, मोहम्मद सलाह और लूइज़ डीएज लगातार दोनों विंग से जबरदस्त अटैक कर रहे थे और मैड्रिड के डिफेंस की परीक्षा ले रहे थे, हाल ये था कि मैड्रिड के 10 खिलाड़ी अपने ही हाफ में बॉल बचा रहे थे, जैसे तैसे कोर्टोइस ने पहले हाफ में रियल मैड्रिड को जिंदा रखा.
59वें मिनट में विनिसियस का गोल
दूसरे हाफ की शुरुआत में भी लिवरपूल अपनी आक्रमक रणनीति ही अपना रहा था, इस हाफ में सदियो माने भी बॉल मेकिंग में अपनी भूमिका निभा रहे थे और मैड्रिड की फॉरवर्ड लाइन को भी बचाव करना पड़ रहा था,लेकिन 59वें मिनट में रियल मैड्रिड के हाथ आया मौका, वालवर्डे ने बॉल ले जाते हुए लिवरपूल के डी के राइट से असिस्ट किया और सही समय पर विनिसियस ने बॉल को टैप इन कर दिया और मैड्रिड को 1-0 से बढ़त दिला दी. इसके बाद भी लिवरपूल ने मैच में वापस आने के भरसक प्रयास किए लेकिन थिबॉट कोर्टोइस की जबरदस्त गोल कीपिंग के बदौलत लिवरपूल का एक भी गोल नहीं हो सका. थिबॉट कोर्टोइस ने इस फाइनल में 9 गोल बचाए जो चैंपियंस लीग में एक गोलकीपर का नया रिकार्ड है.
24 शॉट लगाने के बावजूद लिवरपूल एक भी गोल नहीं कर पाया, जबकि रियल मैड्रिड की तरफ से सिर्फ 4 शॉट ही लग पाए थे. पासिंग से लेकर कॉर्नर तक सब में आगे थी लिवरपूल फिर भी नहीं मिल सकी जीत. एक स्पैनिश टीम और एक स्पेनिश मैनेजर ने मोहम्मद सलाह के रियल मैड्रिड को हराने के सपने भी तोड़ दिया. शायद रियल मैड्रिड के लिए कहावत इसीलिए मशहूर है कि 'रियल मैड्रिड' फाइनल खेलती नहीं बल्कि जीतती है'