कर्टिस कैंफर और जॉर्ज डॉकरेल की जोड़ी को भले ही वो पहचान न मिली हो लेकिन स्कॉटलैंड के खिलाफ इस जोड़ी ने इतिहास बना दिया. आयरलैंड की टीम का स्कोर जब 4 विकेट के नुकसान पर 61 रन था तब टीम को जीत के लिए हर ओवर में 10 रन बनाने थे. लेकिन कैंफर की 32 गेंद पर नाबाद 72 रन की पारी और डॉकरेल की 27 गेंद पर नाबाद 39 रन की पारी ने टीम को 6 विकेट से जीत दिला दी. स्कॉटलैंड ने 20 ओवरों में 6 विकेट के नुकसान पर 176 रन बनाए थे जिसके जवाब में आयरलैंड की टीम ने इस स्कोर का पीछा 19वें ओवर में ही कर लिया.
कमाल की साझेदारी
दोनों बल्लेबाजों के बीच जो साझेदारी देखने को मिली वैसी अब तक सिर्फ पाकिस्तान के शोएब मलिक और मिस्बाह उल हक के बीच ही देखने को मिली थी. कैंफर और डॉकरेल के बीच 119 रन की साझेदारी हुई जो संयुक्त रूप में टी20 वर्ल्ड कप की सबसे बड़ी साझेदारी है. दोनों ने मिलकर 57 गेंद पर ये साझेदारी की और टूर्नामेंट में आयरलैंड को पहली जीत दिलाई.
कैंफर का गेंद से भी कमाल
कैंफर ने यहां गेंद से भी कमाल दिखाया और अपने ओवर में 9 रन देकर 2 अहम विकेट लिए. इस तरह इस बल्लेबाज ने टीम को जीत दिलाई. बता दें कि कैंफर ने पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप में हैट्रिक ली थी. वहीं कैंफर की ये पारी टी20 वर्ल्ड कप करियर की उनकी सबसे बेहतरीन पारी है. वहीं टी20 वर्ल्ड कप में आयरलैंड के किसी खिलाड़ी द्वारा ये सर्वोच्च स्कोर है.
टी20 में ये रन चेज आयरलैंड का अब तक का सबसे सफल रन चेज था और कैंफर और डॉकरेल का 119 की साझेदारी टी20 विश्व कप के इतिहास में आयरलैंड द्वारा अब तक की सबसे बड़ी साझेदारी थी. वहीं यह आयरलैंड के लिए अब तक की तीसरी सबसे बड़ी T20I साझेदारी भी थी.
जोन्स की पारी गई बेकार
स्कॉटलैंड की तरफ से जोन्स ने कमाल की बल्लेबाजी की और टीम को 176 के स्कोर तक लेकर गए. दाहिने हाथ के इस बल्लेबाज ने 86 रन की अपनी तूफानी पारी में कुल 6 चौके और 4 छक्के लगाए. यहां तक पहुंचने के लिए इस बल्लेबाज ने सिर्फ 55 गेंद का सहारा लिया. जोन्स के बल्ले से हर शॉट मिडिल हुआ. हालांकि जॉर्ज मुंसे कुछ कमाल नहीं दिखा पाए. वहीं मैथ्यू क्रॉस ने 28 और कप्तान रिची बेरिंग्टन ने 37 रन पाए. लेकिन इन सभी के आगे कैंफर और डॉकरेल की पारी बेहद स्पेशल साबित हुई.