FIFA World Cup: पुर्तगाल के सेमीफाइनल के दरवाजे के सामने मोरक्को की अभेद्य दीवार, क्या रोनाल्डो स्टार्टिंग लाइन अप में होंगे?

FIFA World Cup: पुर्तगाल के सेमीफाइनल के दरवाजे के सामने मोरक्को की अभेद्य दीवार, क्या रोनाल्डो स्टार्टिंग लाइन अप में होंगे?

मोरक्को के लिए फीफा विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में पहुंचना एक उपलब्धि से कम नहीं है लेकिन अब पुर्तगाल और इसके सुपरस्टार स्ट्राइकर क्रिस्टियानो रोनाल्डो के सामने होना भी उनके लिए अविश्वसनीय ही होगा. रोनाल्डो एक बार फिर एक अलग ही तरीके से सुर्खियों में आ गये हैं. शनिवार (10 दिसंबर) को होने वाले इस मुकाबले में हालांकि मोरक्को का ऐतिहासिक सफर खत्म कर अंतिम चार में पहुंचना अहम एजेंडा होगा. लेकिन वह शुरुआती एकादश में होंगे या नहीं? यह बड़ा सवाल बन गया है. स्विट्जरलैंड पर राउंड 16 में उनसे शुरुआत नहीं करायी गयी थी जिसमें पुर्तगाल की 6-1 की जीत के बाद कोच फर्नांडो सेंटोस से बार बार यही सवाल पूछा जा रहा है.

पांच बार के ‘वर्ल्ड प्लेयर ऑफ द ईयर’ रोनाल्डो को बेंच पर बिठाने के बाद उनकी जगह मैदान पर उतारे गये 21 साल के गोंजालो रामोस द्वारा गोल की हैट्रिक के बाद मोरक्को के खिलाफ चयन वास्तव में दुविधापूर्ण बन गया है. इससे मैच से 90 मिनट पहले पुर्तगाल की शुरुआती एकादश का सभी को बेसर्बी से इंतजार होगा क्योंकि रोनाल्डो अपने चमचमाते करियर में दूसरी बार विश्व कप क्वार्टर फाइनल खेलने के लिए बेसब्र होंगे. पुर्तगाल की टीम तीसरी बार ही इस चरण तक पहुंची है.

मोरक्को के पास इतिहास रचने का मौका

मोरक्को के 26 में से 14 खिलाड़ी विदेश में जन्मे

फ्रांस में जन्मे वालिद रेग्रागुई उनके कोच हैं और उनके 26 में से 14 खिलाड़ियों का जन्म विदेश में हुआ है. टीम ने केवल एक गोल गंवाया है और वो भी कनाडा के खिलाफ आत्मघाती गोल. हालांकि उसके अच्छे खिलाड़ियों को पुर्तगाल के धुरंधरों के सामने फिटनेस के मामले जूझना पड़ सकता है क्योंकि मिडफील्डर सोफयान अमराबत ने कहा कि वह पीठ की चोट के बावजूद दर्द निवारक इंजेक्शन लेकर स्पेन के खिलाफ मैच में खेलने उतरे थे.

 

पुर्तगाल जीत का प्रबल दावेदार

पुर्तगाल को इस तरह की कोई समस्या नहीं है, सेंटोस की टीम की गहराई इतनी प्रभावशाली है कि वह स्विट्जरलैंड के खिलाफ मैच में रोनाल्डो, जोओओ कांसेलो और रूबेन नेवेस जैसे कद के खिलाड़ियों को बेंच पर बिठाने के बावजूद जीते जबकि इन खिलाड़ियों ने ग्रुप के हर मैच में शुरुआत की थी. सेंटोस ने कहा कि वह अपनी टीम का चयन प्रतिद्वंद्वी टीम की मजबूती और कमजोरियों को देखते हुए करते हैं. लेकिन अगर वह उस मैच के बाद कोई बदलाव करते हैं जिसने पुर्तगाल को टूर्नामेंट के प्रबल दावेदारों में लाकर खड़ा कर दिया है तो यह हैरानी भरा होगा.

 

अगर रोनाल्डो फिर से सब्सटीट्यूट खिलाड़ी के तौर पर उतरते हैं तो भी उन्हें मैदान में कुछ समय मिलने की उम्मीद है. यह संभवत: उनका अंतिम विश्व कप है. उनके इर्द गिर्द लगातार कोई न कोई ड्रामा बना रहता है और वह कुछ भी हो सुर्खियों में बने रहते हैं.