भारतीय स्‍टार पर लगा चार महीने का बैन, मोहन बागान को मिलेगा 12.90 करोड़ रुपये का मुआवजा, जानें पूरी डिटेल

भारतीय स्‍टार पर लगा चार महीने का बैन, मोहन बागान को मिलेगा 12.90 करोड़ रुपये का मुआवजा, जानें पूरी डिटेल
अनवर अली पर बैन

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अनवर अली ने मोहन बागान के साथ चार साल के अनुबंध को अवैध तरीके से खत्‍म किया था

अनवर अली पर लगा चार महीने का बैन

अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने मंगलवार को भारतीय स्‍टार अनवर अली को मोहन बागान के साथ अपने चार साल के अनुबंध को अवैध रूप से समाप्त करने का ‘दोषी’ मानते हुए क्लब फुटबॉल से चार महीने के लिए निलंबित कर दिया. एआईएफएफ ने इसके साथ ही कहा कि इस मामले में मोहन बागान 12.90 करोड़ रुपये के मुआवजे का हकदार है.

एआईएफएफ के छह पन्नों का फैसला

इसके बाद मोहन बागान ने एआईएफएफ की पीएससी के पास शिकायत दर्ज करके फैसले को चुनौती दी. एआईएफएफ पीएससी ने अपने फैसले में कहा कि अनवर अली, ईस्ट बंगाल और दिल्ली एफसी सभी मुआवजे की राशि के लिए संयुक्त रूप से ‘उत्तरदायी’ हैं, जिसमें अनुबंध के शेष मूल्य के लिए 8.40 करोड़ रुपये, ऋण समझौते के तहत दिल्ली एफसी को पहले ही भुगतान किए गए दो करोड़ रुपये और ‘क्लब को हुए अन्य नुकासान’ के लिए 2.50 करोड़ रुपये शामिल हैं. 

एआईएफएफ प्लेयर्स स्टेटस कमेटी के उप प्रमुख सावियो मेसियस द्वारा हस्ताक्षरित छह पन्नों के फैसले के मुताबिक- 

अनुच्छेद 20.4 के अनुसार खिलाड़ी को चार महीने की अवधि के लिए आधिकारिक मैचों में खेलने से प्रतिबंधित किया जाता है, ये अवधि इस निर्णय की अधिसूचना की तारीख से शुरू होगी. अनुच्छेद 20.3 के तहत समिति उपरोक्त राशि (12.90 करोड़ रुपये) के लिए तीनों पक्षों यानी अनवर अली, ईस्ट बंगाल एफसी और दिल्ली एफसी को संयुक्त और पृथक रूप से उत्तरदायी मानती है. 

इसमें कहा गया है कि एआईएफएफ पीएससी के फैसलों के खिलाफ एआईएफएफ अनुशासनात्मक संहिता में निर्दिष्ट समय सीमा के भीतर एआईएफएफ अपील समिति में अपील की जा सकती है.  दिल्ली एफसी के सह-मालिक पहले ही कह चुके है कि वह एआईएफएफ पीएससी के फैसले को चुनौती देंगे.