ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी मैट डॉसन ने ओलिंपिक खेलने के लिए जो कदम उठाया, उसने हर किसी को हैरान कर दिया. उनके जुनून को देखने वाले देखते रह गए. उन्होंने हॉकी के साथ अपने इश्क के लिए ओलिंपिक खेलने के जुनून के चलते अपनी उंगली कटवा ली. खेल को लेकर ऐसा जुनून शायद ही किसी ने इससे पहले कभी देखा हो. टोक्यो ओलिंपिक में सिल्वर मेडल जीतने वाली ऑस्ट्रेलियाई हॉकी टीम का हिस्सा रहे डॉसन अपने देश के लिए गोल्ड जीतना चाहते थे और इस सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने अपनी उंगली का बलिदान दे दिया.
दरअसल डॉसन की रिंग फिंगर में हाल में चोट लग गई थी. जिस वजह से उनके पेरिस ओलिंपिक खेलने पर संकट मंडरा था, मगर अपना तीसरा ओलिंपिक खेलने के जुनून में उन्होंने जो किया, उसने पूरी दुनिया को हैरान कर दिया.
डॉक्टर ने दिया था दो ऑप्शन
मैंने उस समय प्लास्टिक सर्जन के साथ मिलकर ना केवल पेरिस में खेलने के मौके, बल्कि उसके बाद के जीवन के लिए भी एक फैसला लिया. मेरे लिए अच्छा ऑप्शन यही था कि उंगली का ऊपरी हिस्सा कटवा दूं.
ऑस्ट्रेलियन कोच कॉलिन बैच जुनून की प्रशंसा करते हुए कहा-
ये ऐसा कुछ नहीं है जो कोच किसी खिलाड़ी के लिए तय कर सकता है. डॉसन को पूरे अंक. जाहिर है, वो पेरिस में खेलने के लिए वास्तव में जुनूनी है. मुझे नहीं पतर कि मैं ऐसा कर पाता, लेकिन उसने ऐसा किया है, बहुत बढ़िया.
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