Pakistan Hockey Team In Asian Champions Trophy 2023: पाकिस्तान हॉकी टीम (Pakistan Hockey Team) एशियन चैंपियंस ट्रॉफी 2023 (Asian Champions Trophy 2023) में नाकाम रही और पांचवें स्थान के साथ उसने टूर्नामेंट से विदाई ली. इस नतीजे के बाद पाकिस्तान हॉकी टीम के कोच मुहम्मद सकलैन (Pakistan Hockey Team Coach Muhammad Saqlain) ने अपनी फेडरेशन को निशाने पर लिया. उन्होंने देश में हॉकी की खराब स्थिति के लिए पाकिस्तान हॉकी फेडरेशन को दोषी ठहराया और पीएचएफ में लंबे समय ये जमे अक्षम अधिकारियों को बाहर निकालने की मांग की. सकलैन ने बताया कि हॉकी इंडिया ने जब इस खेल में उसकी तरफ से लगाए जा रहे पैसों के बारे में बताया तो वे गिनती भूल गए. पाकिस्तान ने 11 अगस्त को चीन को हराकर भारत में हो रही एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में छह टीमों में पांचवां पायदान हासिल किया. इस मैच में उसने 6-1 से जीत हासिल की.
पाकिस्तानी हॉकी टीम लीग स्टेज में पांच में से केवल एक ही मैच जीत सकी. दिलचस्प बात रही कि उसे टूर्नामेंट में केवल चीन पर ही जीत मिली. बाकी टीमों से उसे या तो हार मिली या फिर मुकाबला ड्रॉ रहा. भारत के साथ मैच में पाकिस्तान हॉकी टीम 4-0 से हारी, मलेशिया से 3-1 से शिकस्त खाई. जापान और साउथ कोरिया से उसने मैच ड्रॉ किया. पाकिस्तानी हॉकी टीम अब अगले महीने एशियन गेम्स में खेलेगी.
पाकिस्तानी हॉकी कोच ने अपनी फेडरेशन के लिए क्या कहा
सकलैन ने पाकिस्तानी टीम का आलोचना करने वालों से कहा कि खिलाड़ियों का जज्बा कम करने का कोई मतलब नहीं. उन्होंने कहा, जो लोग टीम की आलोचना कर रहे हैं वो ऐसा करने से पहले दो बार सोचें, विशेष रूप से जब टीम इस तरह के अहम टूर्नामेंट में खेलती हैं. इन युवा खिलाड़ियों का हौसला तोड़ना बुद्धिमानी का काम नहीं है.
हॉकी इंडिया लीग में पाकिस्तानी खिलाड़ियों को लेने का निवेदन
यह पूछे जाने पर कि उन्होंने हॉकी इंडिया के मुखिया टिर्की के साथ क्या बात की, सकलैन ने कहा कि उन्होंने भारत के पूर्व कप्तान से भारत-पाक द्विपक्षीय हॉकी को फिर से जिंदा करने का अनुरोध करने के साथ हॉकी इंडिया लीग में पाकिस्तान के खिलाड़ियों को खेलने की अनुमति देने का भी आग्रह किया. सकलैन ने बताया, टिर्की काफी सकारात्मक लगे और जब बात खिलाड़ियों की आती हैं तब वह काफी उदार और मददगार व्यक्ति हैं. हॉकी इंडिया लीग में खेलने से खिलाड़ियों को फायदा होगा. टूटे रिश्तों को जोड़ने की जरूरत है.
कैसा रहा है पाकिस्तान हॉकी का इतिहास
भारत की तरह ही पाकिस्तान का हॉकी इतिहास समृद्ध रहा है. उसने तीन स्वर्ण सहित आठ ओलिंपिक पदक के अलावा चार विश्व खिताब और आठ एशियाई खेलों का खिताब जीता है. पाकिस्तान ने 2010 में ग्वांगझू एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक के रूप में अपना पिछला बड़ा खिताब जीता था. देश में इसके बाद पाकिस्तान हॉकी के लिए स्थिति बद से बदतर हो गई है. टीम इसके बाद ओलिंपिक और विश्व कप के लिए क्वालीफाई करने में असफल रही है. उसके अभी के हालात भी पेरिस ओलिंपिक में क्वालिफाई करने के लिए मददगार नहीं लग रहे.
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