भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कोच ग्राहम रीड ने इस्तीफा दे दिया है. उनके साथ ही विश्लेषण कोच ग्रेग क्लार्क और वैज्ञानिक सलाहकार मिचेल डेविड पेम्बरटन ने भी इस्तीफे दिए. तीनों अगले महीने नोटिस पीरियड में रहेंगे. हॉकी वर्ल्ड कप 2023 में भारत के निराशाजनक प्रदर्शन के चलते उन्होंने यह कदम उठाया. टूर्नामेंट समाप्त होने के एक दिन बाद ही इन तीनों ने पद छोड़ दिए. ओडिशा के राउरकेला और भुवनेश्वर में हुए इस टूर्नामेंट में भारतीय टीम नौवें नंबर पर रही थी. वह क्वार्टर फाइनल में भी नहीं जा पाई थी. जर्मनी ने यह खिताब जीता था. ग्राहम रीड का कार्यकाल 2024 पेरिस ओलिंपिक था. वे अप्रैल 2019 में भारतीय टीम के कोच बने थे. उनके कार्यकाल में ही भारत ने टोक्यो ओलिंपिक में कांस्य पदक जीता था. साथ ही 2022 कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर मेडल और 2021-22 हॉकी प्रो लीग सीजन में तीसरा स्थान हासिल किया था.
ग्राहम रीड ने अपने इस्तीफे के बारे में कहा, 'अब समय है कि मैं अलग हो जाऊं और यह जिम्मेदारी अगले मैनेजमेंट को सौंप दूं. टीम और हॉकी इंडिया के साथ काम करना सम्मान और गर्व की बात है. इस गजब की यात्रा के हरेक पल का मैंने आनंद लिया. मैं टीम को शुभकामनाएं देता हूं.' हॉकी इंडिया की ओर से जारी बयान के अनुसार रीड ने हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की को विश्व कप खत्म होने के एक दिन बाद इस्तीफा सौंपा. टिर्की और हॉकी इंडिया के महासचिव भोलानाथ सिंह ने टीम के प्रदर्शन पर चर्चा के लिये रीड और अन्य सहयोगी स्टाफ से मुलाकात की थी.
हॉकी इंडिया के मुखिया क्या बोले
वर्ल्ड कप में टीम इंडिया का क्या हुआ
भारत हॉकी वर्ल्ड कप 2023 में पूल डी में था. वह यहां दूसरे नंबर पर रहा था. पूल में उसने स्पेन और वेल्स को हराया लेकिन इंग्लैंड से मुकाबला ड्रॉ रहा था. उसे क्वार्टर फाइनल में जाने के लिए न्यूजीलैंड से क्रॉसओवर मैच खेलना पड़ा. लेकिन हरमनप्रीत सिंह की कप्तानी वाली टीम इंडिया एक समय 3-1 से आगे रहने के बाद निर्धारित समय में मैच ड्रॉ करा बैठी. फिर पेनल्टी शूटआउट में हारकर मेडल की रेस से बाहर हो गई. भारत ने क्लासिफिकेशन मैचों में जापान और साउथ अफ्रीका को हराकर नौवां स्थान हासिल किया था.