नई दिल्ली। जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल के लिए टीमों के नाम सामने आ गए हैं. क्वार्टरफाइनल में जर्मनी ने जहां स्पेन को हराया तो वहीं अर्जेंटीना ने नीदरलैंड्स को हराकर सेमीफाइनल में जगह बना ली है. दिन के पहले क्वार्टर फाइनल में जर्मनी ने स्पेन को शूटआउट में 3-1 से हराया. दोनों टीम निर्धारित समय तक 2-2 से बराबरी पर थी. इसके बाद अर्जेंटीना ने नीदरलैंड को 2-1 से पराजित किया. जर्मनी ने पांचवें मिनट में क्रिस्टोफर कुटेर के पेनल्टी स्ट्रोक पर किए गए गोल की मदद से बढत बना ली. इसके छह मिनट बाद ही हालांकि स्पेन के इग्नासियो अबाजो ने पेनल्टी कॉर्नर पर बराबरी का गोल किया. अगले दो क्वार्टर में कोई गोल नहीं हो सका. स्पेन ने 59वें मिनट में एडुअर्ड डे इग्नासियो सिमो के गोल की मदद से बढत बना ली. आखिरी सीटी बजने पर जर्मनी को पेनाल्टी कॉर्नर मिला जिस पर मासी फांट ने गोल करके मैच को शूटआउट में खींच दिया. शूटआउट में जर्मनी के लिए पॉल स्मिथ, माइकल स्ट्रथोफ और हानेस म्यूलेर ने गोल दागे जबकि मातेओ पोजारिच चूक गए. वहीं स्पेन के अगाजो, गुइलेरमो फोर्चूनो और सिमो गोल चूक गए जबकि गेरार्ड क्लापेस ने गोल किया.
जर्मनी छह बार कर चुकी है खिताब पर कब्जा
जूनियर विश्व कप के इतिहास की सबसे सफल टीम जर्मनी ने छह बार खिताब जीता है. उसने आखिरी बार 2013 में दिल्ली में खिताब जीता था और 2016 में लखनऊ में कांस्य पदक अपने नाम किया था. अंतिम आठ के दूसरे मैच में पहले गोल के लिए 24 मिनट तक इंतजार करना पड़ा. तब 2005 के चैंपियन अर्जेंटीना ने जोकिन क्रूगर के गोल की मदद से बढ़त बनाई. लेकिन उसकी यह बढ़त एक मिनट भी नहीं रही. नीदरलैंड के मिलेस बकेन्स ने अगले मिनट में ही पेनल्टी कार्नर को गोल में बदलकर मध्यांतर तक स्कोर 1-1 से बराबरी पर रखा. नीदरलैंड ने दूसरे हाफ में अच्छी शुरुआत की और लगातार चार पेनल्टी कार्नर हासिल किए लेकिन अर्जेंटीना का डिफेंस बेहद मजबूत था और उसने ये खतरे आसानी से टाल दिए. लेकिन नीदरलैंड के तमाम प्रयास तब बेकार साबित हुए जब 59वें मिनट में आत्मघाती गोल करने के कारण उसे हार का सामना करना पड़ा. शेल्डन स्कोटेन ने तब फ्लोरिस मेडनडोर्प का क्रास रोकने के बजाय गोल में भेज दिया था.
भारत और बेल्जियम का मैच आज
भारत और बेल्जियम के बीच बस ही कुछ ही घंटों में कांटे की टक्कर होने वाली है. दोनों टीमें आज क्वार्टरफाइनल में एक दूसरे के साथ टकरा रही हैं. ये मैच भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में खेला जाएगा. साल 2016 के फाइनल में भी इन दो टीमों के बीच ही मुकाबला हुआ था, ऐसे में एक बार फिर फैंस को एक दमदार मैच की उम्मीद है. भारत अपना पहला मैच फ्रांस के साथ हार चुका था और इसके बाद टीम इंडिया ने लगातार दो मैच जीते जिसमें कनाडा और पोलैंड शामिल है. अब तक तीन मैचों में टीम इंडिया कुल 25 गोल ठोक चुकी है. ऐसे में आज के मैच में भी भारत का पलड़ा भारी है.